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हाल-ए-जालंधर : डेढ़ माह, सात हत्याएं, 150 चोरियां, 50 स्नैचिग

पिछले डेढ़ महीने में जालंधर में सात हत्याकांड करीब एक दर्जन लूट की वारदातें हो चुकी हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:00 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:00 AM (IST)
हाल-ए-जालंधर : डेढ़ माह, सात हत्याएं, 150 चोरियां, 50 स्नैचिग
हाल-ए-जालंधर : डेढ़ माह, सात हत्याएं, 150 चोरियां, 50 स्नैचिग

अखंड प्रताप, जालंधर : पिछले डेढ़ महीने में जिले में सात हत्याकांड, करीब एक दर्जन लूट की वारदातें और लगभग 150 चोरियां कर बदमाशों ने पुलिस को कड़ी चुनौती दी है। पुलिस ने सचिन जैन हत्याकांड, चीमा कलां गांव का दोहरा हत्याकांड और पठानकोट रोड पर हुए श्रमिक हत्याकांड को सुलझा लिया है, लेकिन अनसुलझे हत्याकांड पुलिस के लिए अभी पहेली ही हैं। चोरों व स्नैचरों ने भी पुलिस के काफी पसीने छुड़ाए हैं। थाना डिवीजन सात इलाके में कुक्की ढाब चौक के पास लूट और मणप्पुरम लूट मामले ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं।

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रायपुर रसूलपुर हत्याकांड बना पुलिस के लिए पहेली

बीते दिनों शहर के रायपुर रसूलपुर के पास नहर में मिले युवती के शव की पहचान पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी है। मकसूदां थाना क्षेत्र के रायपुर रसूलपुर गांव में नहर में मिले शव के मामले में पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। बीते शुक्रवार को मकसूदां थाने के नए प्रभारी मंजीत सिंह ने एक बार फिर क्राइम सीन का जायजा लिया। इलाके के सीसीटीवी और गांव के मोटरों पर बने कमरे खंगाले गए। नहर का पानी रोककर सुबूत ढूंढे गए, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।

डीप्टी हत्याकांड : न आरोपितों की हुई पहचान, न वजह आई सामने

20 जून को शहर के थाना डिवीजन दो के गोपाल नगर में पूर्व पार्षद सुखमीत सिंह डिप्टी की 13 गोलियां मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। डेढ़ माह बाद भी पुलिस के हाथ न तो आरोपित लगे हैं और न ही हत्या की वजह सामने आई है। पुलिस दर्जन भर गैंगस्टरों व बदमाशों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ भी कर चुकी है। पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लग सका है।

टिकू हत्याकांड : तीन गिरफ्तार, पुनीत व लल्ली का सुराग नहीं

थाना डिवीजन आठ के अधीन सोढल रोड पर पीवीसी कर्मचारी गुरमीत सिंह टिकू की हत्या के मामले में पुलिस ने वारदात के बाद चंद घंटों में ही मामले का पर्दाफाश करने की बात कही थी, लेकिन पांच माह बाद भी कत्लकांड रहस्य ही है। मुख्य आरोपित पुनीत और लल्ली पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस फरार आरोपितों की तलाश में दिल्ली व हिमाचल में भी छापे मार चुकी है।

हैप्पी संधू हत्याकांड

रामामंडी थाना क्षेत्र के किशनपुरा इलाके में बीते दिनों हुई हैप्पी संधू की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन एक आरोपित सूरज अब भी फरार है। पुलिस ने पंजाब के कई शहरों में छापामारी की, लेकिन सूरज हाथ नहीं लगा।

जिले में मिले चार भ्रूण, एक ही आरोपित की हुई गिरफ्तारी

पिछले एक माह में पुलिस ने जिले में चार भ्रूण भी बरामद किए हैं। पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक सिर्फ एक ही मामले में आरोपित की गिरफ्तारी हो सकी है। बीते दिनों फिल्लौर थाना क्षेत्र में मिले भ्रूण के साथ-साथ सिविल अस्पताल और भोगपुर इलाके की नाली में मिले भ्रूण के मामले में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है। हालांकि नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव में मिले भ्रूण के मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार कर लिया था। लूट की वारदातें दे रही चुनौती

24 जुलाई : थाना डिवीजन सात के इलाके के गढ़ा रोड पर मणप्पुरम गोल्ड लोन आफिस में छह लुटेरों ने करीब ढ़ाई करोड़ की लूट की। 200 से अधिक सीसीटीवी खंगालने और करीब एक दर्जन संदिग्धों से पूछताछ के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।

28 जुलाई : लूट का विरोध करने पर नकोदर इलाके में बदमाशों ने श्रमिक को गोली मार दी। श्रमिक जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है और हालत गंभीर है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

15 जुलाई : एसडी कालेज रोड पर कार सवार बदमाशों ने मोबाइल व्यापारी की बाइक में पीछे से टक्कर मारकर 10 हजार रुपये लूट लिए। मोबाइल व्यापारी के लाइसेंसी पिस्टल निकालने पर बदमाश फरार हो गए थे। थाना डिवीजन छह की पुलिस ने चोरी की कार के साथ आरोपित गिरफ्तार कर लिए।

14 जुलाई : थाना डिवीजन सात के इलाके के कुक्की ढाब चौक के पास घर में घुसकर तीन लुटेरों ने हथियारों के बल पर लूटपाट की। पुलिस पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मास्टरमाइंड कोटसदीक निवासी दीपक फरार है। न लूटा सोना बरामद हुआ है और न ही हथियार। आरोपित की आखिरी लोकेशन दिल्ली में मिली थी।

चोरी की करीब डेढ़ सौ वारदातें, आधी भी ट्रेस नहीं हुई

बीते डेढ़ माह में चोरों ने जालंधर में करीब सौ चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। चोरों ने अधिकतर ताला लगे घरों को ही निशाना बनाया। इनमें से करीब 50 मामलों को ही पुलिस ट्रेस कर पाई है। इस दौरान 125 स्नैचिंग की वारदातें भी हुई। इन पर लगाम लगाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।

पुलिस अपराध पर लगाम लगाने का कर रही पूरा प्रयास

पुलिस अपराध पर लगाम लगाने का पूरा प्रयास कर रही है। पुलिस के प्रयास से ज्यादातर मामले हल हो चुके हैं। बाकी के मामलों को भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।

गुरप्रीत सिंह, पुलिस कमिश्नर


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