कामकाज छोड़ ऑडिट किए बूथ, अफसरों के पास सम्मानित करने का भी समय नहीं
वालंटियरों ने अपना कामकाज छोड़कर कई दिन बूथ ऑडिट में लगाए लेकिन प्रशासन के पास उन्हें सर्टिफिकेट देने तक की फुर्सत नहीं थी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : वालंटियरों ने अपना कामकाज छोड़कर कई दिन बूथ ऑडिट में लगाए, लेकिन प्रशासन के पास उन्हें सर्टिफिकेट देने तक की फुर्सत नहीं थी। बड़े अफसरों को तो सम्मानित किया गया, लेकिन जब इन 18 वालंटियरों का नंबर आया तो अफसरों ने सीधे ही सर्टिफिकेट पकड़ा दिए कि बांट लो। इसको लेकर राष्ट्रपति अवार्डी विवेक जोशी ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि जिले में दिव्यांग, सीनियर सिटीजन के लिए सुविधाओं के साथ शौचालय, पेयजल आदि के प्रबंध भी इन्हीं वालंटियरों ने चेक किए थे। उन्हें सम्मानित करने के लिए बुलाया गया, लेकिन अफसरों के पास समय ही नहीं था। इस तरह कैसे लोग ऐसे कामों में प्रशासन की मदद के लिए आगे आएंगे। विवेक जोशी ने कहा कि अगर अफसरों के पास समय नहीं था तो उन्हें बुलाना नहीं चाहिए था।
-------
मताधिकार का इस्तेमाल अवश्य करें : डीसी
डीसी वरिदर शर्मा ने इस कार्यक्रम में कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं की हिस्सेदारी से इसे मजबूत बनाया जा सकता है। उन्होंने इसके लिए युवाओं को आगे आने की अपील की। समागम में मौजूद सभी लोगों ने मतदान करने की शपथ भी ली। एडीसी कुलवंत सिंह, कॉलेज प्रिसिपल अजय सरीन, पुडा के एसीए बरजिदर सिंह, एसडीएम वनीत कुमार, जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी हरिदरपाल सिंह, जिला सामाजिक सुरक्षा अफसर वरिदर बैंस, चुनाव तहसीलदार मनजीत सिंह, कानूनगो राकेश अरोड़ा, स्वीप के सहायक नोडल अफसर सुरजीत लाल आदि मौजूद थे।