पौष्टिक आहार और व्यायाम से टाला जा सकता है कैंसर का खतरा, यह सावधानी बरतें महिलाएं
तेजी से जीवन शैली में हो रहे बदलाव से महिलाओं में मोटापा बढ़ रहा है। वहीं पौष्टिक आहार से दूरी और फास्ट फूड का बढ़ता प्रचलन भी कैंसर का कारण है।
जेएनएन, जालंधर। तेजी से जीवन शैली में हो रहे बदलाव से महिलाओं में मोटापा बढ़ रहा है। वहीं पौष्टिक आहार से दूरी और फास्ट फूड का बढ़ता प्रचलन भी कैंसर का कारण है। पौष्टिक आहार और व्यायाम से ही कैंसर के खतरे को टाला जा सकता है। ये जानकारी फोगसी द्वारा आयोजित संगोष्ठी में फोर्टिस अस्पताल के डॉ. नवल बंसल ने दी। उन्होंने बताया कि आधुनिक दौर में महिलाएं नवजात शिशु को स्तनपान करवाने से कन्नी कतराती हैं। ऐसी महिलाओं को स्तन कैसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
इसके बाद डॉ. विजय कुमार ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंधों की वजह से बच्चेदानी के मुंह का कैंसर हो सकता है। लड़कियों में 26 साल की आयु से पहले टीकाकरण करवाने से कैंसर से बचाव करना संभव है। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी से भी कैंसर के इलाज के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर डॉ. सुरजीत कौर, डॉ. जैसमीन कौर दहिया, डॉ. एचके ओबराय, डॉ. शालिनी पाल, डॉ. अमिता शर्मा, डॉ. सुकृर्ति शर्मा, डाॅ. हरप्रीत कौर, डॉ. ज्योति, डॉ. आदर्श सूद, डॉ. मनजोत कौर, डॉ. अर्पणा चोढा, डॉ. राजेश्वरी, डॉ. चित्रा गुप्ता, डॉ. वेद गुप्ता, डॉ. दीपा, डॉ. जयदीप, डॉ. सुनीता, डॉ. सतविंदर कौर, डॉ. मनदीप कौर, डॉ. नवजोत सिंह, डॉ. गीता तथा डॉ. जसविंदर कौर के अलावा फोगसी की अन्य सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित रहे।