रोडवेज अधिकारियों को सताने लगी चिंता, लॉकडाउन के बाद से नहीं बढ़ रही यात्रियों की संख्या
जालंधर बस स्टैंड पर सोमवार को यात्रियों की संख्या का आंकड़ा 2200 के लगभग रहता है जो शनिवार तक घटकर 1500 तक पहुंच जाता है।
जालंधर, जेएनएन। लॉकडाउन खुलने के बाद से बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में कोई इजाफा नहीं हो पा रहा है। सप्ताह के दिन के मुताबिक यात्रियों की संख्या टिक सी गई है और उससे ऊपर नहीं उठ पा रही। सोमवार को यात्रियों की संख्या का आंकड़ा 2200 के लगभग रहता है जो शनिवार तक घटकर 1500 तक पहुंच जाता है। रविवार को मुसाफिरों की संख्या एक हजार से भी कम हो जाती है।
यात्रियों की किल्लत के कारण पंजाब रोडवेज विभिन्न रूटों पर बसों की संख्या सीमित करने में जुट गया है। अनुमति मिलने के बावजूद भी निजी बस ऑपरेटर बस संचालन की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जालंधर से संबंधित अधिकतर निजी बस ऑपरेटर्स में बस संचालन शुरू होने के दो महीने के बाद भी बसों को ऑपरेट करना शुरू नहीं किया है। जालंधर के शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटरस्टेट बस टर्मिनल पर सोमवार को यात्रियों की संख्या न के बराबर रही। इस कारण एक बार फिर बस ऑपरेटर्स निराश हो गए हैं।
निजी बसों की संख्या भी घटी
इससे पहले, आशा व्यक्त की जा रही थी कि सप्ताह की शुरुआत यात्रियों की संख्या में कुछ इजाफे के साथ होगी लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। उलटे गत सोमवार की तुलना में 22 यात्री कम हो गए। सोमवार को जालंधर से 2206 यात्रियों ने बसों में सफर किया, जबकि पिछले सोमवार यह आंकड़ा 2233 था। यात्रियों की कम संख्या के कारण बसों का संचालन भी कम संख्या में किया गया। पिछले सोमवार को जालंधर से 202 बसें गंतव्य के लिए रवाना हुई थी लेकिन इस बार मात्र 190 बसें ही रवाना की जा सकीं।
निजी बसों की संख्या भी लुढ़क कर 37 पहुंच गई है जबकि बीते सप्ताह यह संख्या 54 थी। सोमवार को पंजाब रोडवेज की तरफ से 137, पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की तरफ से 16 बसें संचालित की गईं। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब रोडवेज की तरफ से विभिन्न रूटों के ऊपर बस परिवहन यात्रियों की संख्या के मुताबिक करने के उद्देश्य से तैयार किए गए फार्मूले को अभी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
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