पंजाब की सभी यात्री बसों में लगेगा Panic Button, आपात स्थिति में लोग ले सकेंगे मदद
पंजाब सरकार के परिवहन विभाग ने 31 मार्च 2020 से पहले पहले प्रदेश की तमाम सरकारी एवं निजी बसों में पैनिक बटन लगाने को अनिवार्य कर दिया है।
जालंधर, जेएनएन। पंजाब की तमाम सरकारी और निजी बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को अब किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सकेगी। परिवहन विभाग ने 31 मार्च, 2020 से पहले पहले प्रदेश की तमाम सरकारी एवं निजी बसों में पैनिक बटन लगाने को अनिवार्य कर दिया है। इस संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पैनिक बटन लग जाने के बाद सभी बसें पंजाब सरकार की तरफ से बनाए गए विशेष नियंत्रण कक्ष से जुड़ जाएंगी। यात्रा के दौरान यदि कोई यात्री पैनिक बटन दबाता है तो तुरंत नियंत्रण कक्ष में बस नंबर, स्टाफ का नाम एवं लोकेशन के साथ एक मैसेज फ्लैश हो जाएगा। चूंकि बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा होगा इस कारण बस की लोकेशन के मुताबिक तुरंत आपात स्थिति से निपटा जाएगा।
सरकार ने निजी कंपनी से किया अनुबंध, बनाया नियंत्रण कक्ष
पंजाब सरकार ने संपूर्ण सिस्टम नियंत्रित करने के लिए एक निजी कंपनी से आगामी पांच वर्ष के लिए अनुबंध किया है। संबंधित कंपनी ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। पंजाब रोडवेज के डिप्टी डायरेक्टर इंजीनियर परनीत सिंह मिन्हास ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पंजाब रोडवेज के विभिन्न डिपो में बसों में पैनिक बटन लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
निजी बसें भी सरकारी नियंत्रण कक्ष से जुड़ेंगी
पैनिक बटन सरकारी ही नहीं बल्कि सभी निजी बसों में भी लगेंगे। इससे निजी बसों पर की मूवमेंट पर भी सरकार उम्दा तरीके से नजर रख सकेगी।
बस के आगे और पीछे लगा होगा बटन
हर बस में दो बटन लगे होंगे। एक बटन बस के बिल्कुल आगे और दूसरा बिल्कुल पीछे लगा होगा। आपास स्थिति में इनमें से कोई एक बटन दबाया जा सकता है।
इन हालात में दबा सकेंगे बटन
बस में दुव्र्यवहार, ड्राइवर की तरफ से तेज गति में बस चलाने। नशा करके बस चलाने अथवा दुर्घटना आदि की सूरत में यात्री पैनिक बटन दबा सकेंगे।
इस तरह बटन करेगा काम
यह बटन न केवल पंजाब बल्कि देश में कहीं भी बस के चले जाने पर काम करेगा। आपात स्थिति में बटन दबाने पर इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष तक पहुंचेगी। इसके बाद तुरंत ही नियंत्रण कक्ष बस चालक से संपर्क साधेगा। अगर कोई हादसा हुआ है तो नियंत्रण कक्ष हादसे की जगह के आसपास के थाने में इसकी सूचना देगा।
निजी बसों की तेज गति पर लगेगी ब्रेक
खास यह है कि पैनिक बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा होगा इसके तहत बस की गति को भी मॉनिटर किया जा सकेगा। अरसा पहले यात्री बसों की अधिकतम रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा घोषित की जा चुकी है। बावजूद इसके निजी ऑपरेटर्स की बसें 120 किलोमीटर तक की रफ्तार से भी चलती हैं और हादसों की वजह भी बनती हैं। निजी बसों में पैनिक बटन लगाए जाने से अब उनकी रफ्तार भी मॉनिटर की जा सकेगी और ओवरस्पीडिंग करने वाले ऑपरेटर की बसों पर कार्रवाई भी संभव होगी।
अवैध परिचालन पर भी लगेगा अंकुश
जब सभी बसों की लोकेशन नियंत्रण कक्ष में मॉनिटर होगी तो बसों की मूवमेंट पर भी नजर रखी जा सकेगी। ऐसे में किसी भी बस की तरफ से कवर किए गए स्टेशन एवं तय किए गए किलोमीटर भी जाने जा सकेंगे। अगर कोई भी ऑपरेटर अवैध रूट (बिना परमिट) पर चलेगा तो उसे भी पकड़ा जा सकेगा।
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