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डीसी के चेतावनी पर आढ़तियों ने वापस ली हड़ताल, लगेगी सब्जी मंडी

सख्ती करने का आरोप लगाकर बुधवार शाम को मकसूदां मंडी के आढ़तियों ने शुक्रवार से मंडी बंद करने की घोषणा की थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 01:20 AM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 01:20 AM (IST)
डीसी के चेतावनी पर आढ़तियों ने वापस ली हड़ताल, लगेगी सब्जी मंडी
डीसी के चेतावनी पर आढ़तियों ने वापस ली हड़ताल, लगेगी सब्जी मंडी

जागरण संवाददाता, जालंधर : जिला प्रशासन पर सख्ती करने का आरोप लगाकर बुधवार शाम को मकसूदां मंडी के आढ़तियों ने शुक्रवार से मंडी बंद करने की घोषणा की थी। वीरवार को डीसी वरिदर शर्मा ने चेतावनी दी तो पांच घंटे बाद ही आढ़ती बैकफुट पर चले गए। मंडी के आढ़तियों ने वीरवार शाम को बैठक करके बंद का फैसला वापस ले लिया।

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मकसूदां सब्जी मंडी में आढ़ती एसोसिएशन की बैठक में प्रधान डिपी सचदेवा ने कहा कि अगर जिला प्रशासन आढ़तियों को सहयोग देता है तो वह काम करने को तैयार हैं। पुलिस की धक्केशाही तथा निर्धारित समय से पहले कारोबारियों को मंडी बंद करने की लगातार मिल रही धमकियों के चलते ही उन्हें बंद का फैसला लिया था। इससे पहले वे प्रशासन को पूरी तरह से समर्थन देते हुए जिलेभर में सब्जियों की आपूर्ति कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने मंडी में प्रवेश करने से लेकर बाहर जाने तक की पूरी व्यवस्था करने की मांग रखी।

दरअसल, मकसूदां सब्जी मंडी में जिला प्रशासन द्वारा पांच आढ़तियों के लाइसेंस रद किए गए थे। साथ ही मंडी में उमड़ रही भीड़ से निपटने के लिए सख्त कदम उठाए थे। इसके तहत मंडी खुलने का समय सुबह 6 बजे करने के साथ-साथ प्रवेश द्वार से केवल पास होल्डर की एंट्री करना निर्धारित किया गया था। यहां पर आढ़तियों का आरोप है कि सुबह पांच बजे मंडी आकर बिक्री के लिए तैयारी करनी होती है। जबकि उन्हें छह बजे से पहले मंडी में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा। इसी तरह फड़ पर पड़ा हुआ माल भी बिक्री करने की इजाजत नहीं दी जा रही थी। इससे नाराज सब्जी के आढ़तियों ने शुक्रवार से मंडी बंद करने का फैसला लिया गया था।

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डीसी ने दी थी चेतावनी- ब्लैकमेलिग नहीं करेंगे बर्दाश्त, करेंगे सख्त कार्रवाई

इससे पहले प्रशासन पर सख्ती का आरोप लगा शुक्रवार को हड़ताल की घोषणा करने वाले आढ़तियों पर डीसी वरिदर शर्मा वीरवार को खूब बरसे थे। वीडियो जारी कर डीसी ने कहा कि अगर आढ़ती हड़ताल करेंगे तो प्रशासन सभी मंडियों को खुद चलाएगा। डीसी ने कहा कि उन्होंने प्लान बी तैयार कर लिया है। इसमें सब्जी मंडी मकसूदां, लांबड़ा मंडी, ब‌र्ल्टन पार्क, जमशेर मंडी, हवेली के सामने खाली पड़ी जगह व पीएपी ग्राउंड में सीधे किसान मंडियां लगा दी जाएंगी। वहां से घर-घर सप्लाई करने के लिए इसे रिटेलरों को बेच दिया जाएगा। आढ़तियों की हड़ताल की घोषणा से लोगों में घबराहट हो गई है। हमें 25 लाख लोगों तक सब्जी पहुंचानी है और किसानों की फसल भी बिकवानी है। मकसूदां मंडी 40-50 एकड़ में है। यहां कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सभी आढ़तियों को दूरी बनाकर सब्जी बेचने को कहा था। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई, जिसमें एसडीएम राहुल सिधु, डीसीपी गुरमीत सिंह, एडीसीपी सुडरविली, एसपी रविदरपाल संधू, डीएमओ दविदर सिंह, वेयरहाउस जीएम करनवीर सिंह व जीओजी के प्रमुख सेवामुक्त मेजर जनरल बलविदर सिंह शामिल थे। कमेटी ने आढ़तियों को पीछे खुले फड़ पर टमाटर बेचने को कहा, लेकिन वो नहीं माने। सख्ती बरतते हुए मैंने पांच आढ़तियों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए। अब काम सुधारने की बजाय उन्होंने धमकी दे दी कि मंडी बंद कर देंगे। लोगों तक सब्जी पहुंचाना व किसानों की सब्जी बिकवाना मेरी गारंटी है। आठ-दस लोगों को पूरे सिस्टम को ब्लैकमेल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह सामान्य नहीं, जंग वाले हालात हैं। आढ़ती सहयोग करें। आगे-पीछे आढ़ती अपनी मर्जी करते हैं, लेकिन अब खुले में सब्जी बेचें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पुलिस वालों को खड़े कर किसानों से सब्जियां रेहड़ी-फड़ी वालों को बिकवाएंगे। इसमें किसी आढ़ती की मदद नहीं लेंगे। मेरी आढ़तियों से हड़ताल खत्म करने की अपील है। अगर न माने तो सख्ती करनी होगी।


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