Stubble Burning: जालंधर में पराली जलाने वालों की खैर नहीं, तुरंत दर्ज होगी FIR, लगेगा भारी जुर्माना
अब अधिकारी पराली जलाने वाले किसानों पर कार्वाई को ठंडे बस्ते में नहीं डाल सकेंगे तुरंत कार्वाई की जाएगी। सरकार ने ‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’ नाम का एक विशेष मोबाइल एप लांच किया है। इसमें पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई का विवरण अपलोड करना जरूरी होगा।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना संकट के दौरान धान की कटाई के बाद पराली जलाने वाले किसानों पर पंजाब सरकार ने पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। अब अधिकारी पराली जलाने वाले किसानों पर कार्वाई को ठंडे बस्ते में नहीं डाल सकेंगे, तुरंत कार्वाई की जाएगी। सरकार ने ‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’ नाम का एक विशेष मोबाइल एप लांच किया है। इसमें पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई का विवरण अपलोड करना जरूरी होगा। बता दें कि इस बार अगर सरकार पराली जलाने पर रोक लगाने में नाकाम रही तो आग का धुंआ प्रतिरोधी शक्ति कम कर कोविड-19 से प्रभावित मरीजों की मुसीबतें बढ़ा सकता है।
डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आधिकारियों को बताया कि सरकार ने ‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’ नाम का एक विशेष मोबाइल एप लांच किया है। इसमें पराली जलाने की रोकथाम के लिए काम करने वाले हर अधिकारी को शामिल किया गया है। संबंधित आधिकारियों को इस एप पर की गई कार्रवाई को अपडेट करना पड़ेगा। पराली को आग लगाने की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के बाद फील्ड वेरिफिकेशन से लेकर अंतिम कार्रवाई तक की सारी देनी होगी। एप चलाने का प्रशिक्षण देने और पराली जलाने के मामलों में कार्रवाई एप पर अपलोड करने के लिए संबंधित एसडीएम को मुलाजिमों को ट्रेनिंग देने की कमान सौंपी गई हैं। पुलिस और सिविल प्रशासन को उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, कंबाइनें जब्त करने, भारी जुर्माना लगाना और रेवेन्यू की रिकार्ड में रेड एंट्री प्रविष्ट करने को कहा है।
मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. सुरिंदर सिंह ने बताया कि रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट से पराली को आग लगाने की घटनाओं पर गहरी नजर रखी जा रही है। इसका उल्लंघन करने वाला कोई भी व्यक्ति बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट से उस जगह का पता लगाया जाएगा, जहां पराली को आग लगाई गई है। बाद में टीमें भेजकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें