Move to Jagran APP

पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ के बीच मांगों को लेकर नहीं निकला हल, 29 के बाद छुट्टी पर जाएगा क्लेरिकल व टेक्निकल स्टाफ

पावरकॉम मैनेजमेंट पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के सदस्यों के बीच मांगों को लेकर किसी प्रकार का कोई हल नहीं निकला है। फोरम की मैनेजमेंट के साथ तीन बैठकें हो चुकी हैं लेकिन बैठकों का नतीजा बेनतीजा रहा। फिलहाल मैनेजमेंट और फोरम के सदस्यों के बीच आज बैठक होने की उम्मीद है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 09:58 AM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 09:58 AM (IST)
पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ के बीच मांगों को लेकर नहीं निकला हल, 29 के बाद छुट्टी पर जाएगा क्लेरिकल व टेक्निकल स्टाफ
पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ के बीच मांगों को लेकर कोई हल नहीं निकला है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। पावरकॉम मैनेजमेंट पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के सदस्यों के बीच मांगों को लेकर किसी प्रकार का कोई हल नहीं निकला है। फोरम की मैनेजमेंट के साथ तीन बैठकें हो चुकी हैं लेकिन बैठकों का नतीजा बेनतीजा रहा। फोरम के सदस्य 26 नवंबर तक अपनी सामूहिक छुट्टी लेकर रोष प्रदर्शन करने में जुटे हुए थे। फोरम के सदस्यों ने कहा है कि शनिवार व रविवार को मैनेजमेंट ने मांगों का हल नहीं निकाला तो 29 नवंबर को क्लेरिकल स्टाफ व टेक्निकल स्टाफ लंबी छुट्टी पर चले जाएंगे। फिलहाल मैनेजमेंट और फोरम के सदस्यों के बीच शनिवार को बैठक होने की उम्मीद है। अगर बैठक भी बेनतीजा रहती है तो स्टाफ हड़ताल पर चला जाएगा। पहले ही हड़ताल से पावरकॉम की निरंतर सर्कल की 5 डिवीजन के कैश काउंटर बंद पड़े हुए हैं जिससे रोजाना पावर कॉम को 50 करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है।

loksabha election banner

ये हैं मांगे

-पे बैंड स्केल लागू किया जाए

-पे-स्केल का बनता एरियर जारी किया जाए

-डीए की किश्तों का बकाया एरियर

-नए स्केल के मुताबिक डीए की किश्त जारी

सब-स्टेशन पर एक्सईयन दे रहे हैं ड्यूटी

टेक्निकल स्टाफ सामूहिक छुट्टी लेकर हड़ताल पर है। सब स्टेशन पर एक्सईयन ड्यूटी दे रहे है। बिजली सप्लाई सुचारू रखने के लिए एक्सईयन सब स्टेशन पर ड्यूटी पर डटे हुए है। वहीं दूसरी तरफ कैफे वालों की चांदी बनी हुई है। गांव के उपभोक्ता को आनलाइन बिल जमा करवाने के लिए कम आता है। वह कैफे का सहारा ले रहे है। कैफे संचालक आनलाइन प्रति बिल का बीस से तीस रुपए चार्ज कर रहे है।

रोजाना 60 करोड़ का हो रहा है वित्तीय नुकसान

जालंधर सर्किल के प्रधान बलविंदर राणा ने कहा कि पांच डिवीजन में से चार डिवीजन के कैश काउंट बंद पड़े हुए हैं। कैश व चेक माध्यम से बिल जमा नहीं हो रहे हैं। करीब रोजाना 60 करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है। मॉडल टाउन के कैश काउंटर खुला हुआ है। कैंट, फगवाड़ा, मकसूदां, पठानकोट डिवीजन के कैश काउंटर बंद पड़े हुए है। जेई काउंसिल बठिंडा वेस्ट डिवीजन ने सब स्टेशन पर ड्यूटी देने से मना कर दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.