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श्री अमरनाथ यात्रा में इस बार नहीं मिलेगा कड़ाह व जलेबी का प्रसाद, जानें क्या है वजह

यह पाबंदी श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने लगाई है। बोर्ड का मानना है कि इस तरह के खाद्य पदार्थ ऑयली होने के कारण श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 01 May 2019 07:13 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 08:56 PM (IST)
श्री अमरनाथ यात्रा में इस बार नहीं मिलेगा कड़ाह व जलेबी का प्रसाद, जानें क्या  है वजह
श्री अमरनाथ यात्रा में इस बार नहीं मिलेगा कड़ाह व जलेबी का प्रसाद, जानें क्या है वजह

जालंधर [शाम सहगल]। एक जुलाई से शुरू होने जा रही श्री अमरनाथ यात्रा में इस बार श्रद्धालु कड़ाह व जलेबी के प्रसाद से वंचित रहेंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की जारी ताजा मैन्यू में इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा पूरी, भटूरा, पिज्जा, स्टफ्ड परांठा, डोसा, बर्गर व फ्राइड राइस पर भी रोक लगा दी गई है। बोर्ड ने अपने इस कदम को श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ जोड़ा गया है।

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बोर्ड ने कहा है कि ये सभी खाद्य ऑयली होने के कारण स्वास्थ्यवर्धक नहीं हैं। बोर्ड के इस कदम के बाद अब लंगर लगाने वाली कमेटियों को भी नए निर्देशों के मुताबिक मैन्यू बदलना पड़ रहा है। श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान देश भर लंगर लगाने वाली कमेटियां यात्रा मार्ग में लंगर लगाती हैं।

पंजाब की सबसे पुरानी लंगर लगाने वाली संस्था श्री अमरनाथ 'बी' ट्रस्ट के प्रधान भारत भूषण अग्रवाल ने बताया कि यात्रा के मार्ग में कोई भी लंगर श्राइन बोर्ड की इजाजत व उनके नियमों के विपरीत नहीं लगाया जा सकता। जितने दिन भी लंगर लगाया जाता है इस पर श्राइन बोर्ड की नजर रहती है। इस कारण बोर्ड द्वारा निर्धारित व्यंजनों को ही लंगर में शामिल किया जाएगा।

श्राइन बोर्ड ने इन व्यंजनों पर लगाया प्रतिबंध

श्राइन बोर्ड ने नॉनवेज फूड, पान मसाला, जलेबी, स्मोकिंग, हैवी पुलाव, फ्राइड राइस, पूरी, भटूरा, पिज्जा, बर्गर, स्टफ परांठा, डोसा, फ्राइड रोटी, ब्रेड विद बटर, क्रीम बेस्ट फूड, अचार, चटनी, फ्राइड पापड़, चाउमीन सहित अन्य फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, कड़ाह प्रसाद, हलवा, जलेबी, गुलाब जामुन, लड्डू, खोया, बर्फी, रसगुल्ला, क्रंची स्नैक्स, चिप्स, कुरकुरे, नमकीन, मिक्सचर पकौड़ा, समोसा, फ्राइड ड्राई फ्रूट्स आदि पर रोक लगा दी है।

इन फ्रूड्स को हरी झंडी

ग्रीन वेजिटेबल्स, साग, पोटैटो, न्यूट्रेला (सोया), बेसन कढ़ी, प्लेन दाल, ग्रीन सलाद, फ्रूट प्लेन, राइस जीरा, राइस सादे, खिचड़ी, न्यूट्रेल राइस, रोटी फुलका, दाल, मिस्सी रोटी, मक्की की रोटी (बिना बटर), तंदूरी रोटी, कुलचा, डबल रोटी, चॉकलेट, बिस्कुट, रोस्टेड चना, सांभर, इडली, पोहा, वेजिटेबल सैंडविच (विदाउट क्रीम), ब्रेड जैम, कश्मीरी नान, हर्बल टी, कॉफी (लो फैट), शरबत, लेमन, स्क्वैश, लो फैट मिल्क, फ्रूट जूस, वेजिटेबल सूप, मिनरल वाटर, ग्लूकोस (स्टैंडर्ड पैक), खीर, दलिया, हनी, तिल के लड्डू, गच्चक, फुलियां, मखाने मुरब्बा, ड्राई पेठा, अंवला मुरब्बा, फ्रूट मुरब्बा व ग्रीन कोकोनट।

विरोधः लंगर पर प्रतिबंध, बिक्री पर छूट

संस्था के महासचिव भूषण अग्रवाल ने बताया कि श्राइन बोर्ड ने जिन व्यजंनों पर लंगर के लिए रोक लगाई है, उनकी बिक्री कश्मीर में धड़ल्ले से की जाती है। उन्होंने कहा कि देसी घी से लेकर जलेबी व भटूरा से लेकर अन्य प्रतिबंध सामान की बिक्री पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। अगर इसके लिए ऑक्सिजन की कमी को कारण बताया जा रहा है तो फिर ऐसे सामान की बिक्री पर भी रोक लगाई जानी चाहिए।

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