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जालंधर में दो हफ्ते बाद भी वृद्ध महिला के हत्यारों का नहीं लगा सुराग, हत्याकांड के कारण भी नहीं आ सके सामने

जालंधर के संत विहार में बुजुर्ग महिली की बेरहमी से गला घोंटकर हत्या करने के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। वारदात के दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले में किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 08:19 AM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 08:19 AM (IST)
जालंधर में दो हफ्ते बाद भी वृद्ध महिला के हत्यारों का नहीं लगा सुराग, हत्याकांड के कारण भी नहीं आ सके सामने
जालंधर में दो हफ्ते पहले हुए वृद्ध महिला की हत्या के मामले में आरोपित अभी भी फरार हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में बीते 28 सितंबर को थाना डिवीजन एक इलाके के संतविहार में एक अंदर से बंद घर के अंदर बुजुर्ग महिला की बेरहमी से गला घोंटकर हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। वारदात के दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले में किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है। वारदात के बाद पुलिस ने जांच शुरू करते हुए महिला के मोबाइल की काल डिटेल के साथ-साथ इलाके का मोबाइल डंप भी उठाया था। जिसके बाद पुलिस ने काल डिटेल, मोबाइल डंप और महिला के रिश्तेदारों समेत करीब 30 लोगों से पूछताछ की थी। बावजूद इसके ना तो हत्या के कारणों का खुलासा हो सका है ना ही वारदात में शामिल किसी आरोपित की पहचान हो सकी है। बीते 28 सितंबर को संत विहार में बुजुर्ग महिला बलवीर कौर का शव उनके घर में पड़ा मिला था। महिला की गला घोंट कर हत्या की गयी थी और वारदात को लूट की शक्ल देने की कोशिश की गयी थी। लेकिन महिला के घर से पुलिस ने उसके जेवर और करीब तीन लाख रुपए भी बरामद कर लिए थे।

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रायपुर-रसूलपुर में मिले शवों की पहचान नहीं

बीते दिनों मकसूदां थानाक्षेत्र के रायपुर-रसूलपुर इलाके में बीते 15 जुलाई और तीन अगस्त को अलग-अलग मामले में मिले युवती के गोली लगे शव और महिला के अर्धनग्न शव के मामले में मृतकों की पहचान की गुत्थी उलझती ही जा रही है। शवों की पहचान के लिए पुलिस ने उनकी तस्वीरें पंजाब और आस-पास के थानों में भेजी थीं। इसके साथ ही पुलिस ने आधार कार्ड के डेटा से शवों के फिंगर प्रिंट और रेटिना का भी मिलान किया था। लेकिन मामले में हर प्रयत्न के बाद शवों की पहचान पुलिस के लिए रहस्य ही बनी हुई है। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल का मोबाइल डंप भी उठाया था लेकिन पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लग सका है। जिसके बाद दोनों ही वारदातों के करीब ढाई महिने बीत जाने के बाद भी दोनों ही शवों की पहचान और पुलिस के लिए रहस्य बन चुकी है।


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