मकसूदा थाने में हुए बम धमाके आतंकी हमला नहीं : डीजीपी
संवाद सहयोगी, जालंधर: मकसूदा थाने में हुए बम धमाके आतंकी हमला नहीं हैं, फिर भी मामले की जाच जारी है। यह कहना है पंजाब के जीजीपी सुरेश अरोड़ा का।
संवाद सहयोगी, जालंधर: मकसूदा थाने में हुए बम धमाके आतंकी हमला नहीं हैं, फिर भी मामले की जाच की जा रही है। ये बात यहा एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कही। उधर, इस मामले में रविवार को एनएसजी ने अपनी जाच पूरी कर ली है। विस्फोट में किस सामग्री का प्रयोग किया गया इस पर रहस्य बरकरार है। टीम ने सैंपल जाच के लिए कब्जे में ले लिए हैं। इसके साथ ही मकसूदा थाने की सील खोल दी गई है, दोपहर बाद यहा लोगों को आने की इजाजत दे गई।
मकसूदा थाने में जाच के लिए पहुंची नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की टीम ने रविवार दोपहर को अपनी जाच पूरी कर ली। टीम ने मिट्टी, पत्थर, केमिकल, छर्रे और कील के कुल पाच सैंपल इकट्ठे किए, जिसे वे अपने साथ ले गए। सुबह करीब 10 बजे एनएसजी का बम निरोधक दस्ता थाने में जाच के लिए पहुंचा था। जिसके बाद करीब पाच घटे जाच की। दोपहर करीब तीन बजे टीम जाच पूरी कर टीम वहा से निकल गई। इस दौरान पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा भी पहुंचे थे। उनके साथ डीसीपी गुरमीत ड्क्षसह मौजूद थे।
इसी बीच रविवार को यहा एक कार्यक्त्रम में भाग लेने पहुंचे डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने आतंकी संगठन ड्क्षभडरावाला टाइगर फोर्स द्वारा इस हमले की जिम्मेदारी लेने के मामले में कहा कि इसका जल्द पता कर लिया जाएगा कि इस दावे में कितनी सच्चाई है। उन्होंने कहा कि जो पत्र संगठन की तरफ से मीडिया को जारी हुआ है उसकी साइबर सेल से जाच करवाई जा रही है और जल्द ही इसे हल कर लिया जाएगा। वहीं, पत्र में ड्क्षभडरावाला टाइगर फोर्स के नवाशहर के एसएसपी कार्यालय और चंडीगढ़ के एक थाने पर हुए हमले की बात को भी उन्होंने सिरे से नकारते हुए कहा कि ऐसा कोई हमला वहा हुआ ही नहीं, न ही पुलिस ने हमले के किसी मामले को दबाया है। यदि कुछ होता तो सभी को पता होता। उनका कहना था कि एनएसजी की जाच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कुछ और कहा जा सकता है।