मकसूदां ब्लास्ट: हमले से पांच दिन पहले दिए थे चार हैंड ग्रेनेड, एक दिन पहले की थी थाने की रेकी
मकसूदां पुलिस थाने में ब्लास्ट करने के लिए सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट के कश्मीरी छात्र फाजिल बशीर पिंचू व शाहिद कयूम को चार हैंड ग्रेनेड दिए थे।
जेएनएन, जालंधर। मकसूदां पुलिस थाने में ब्लास्ट करने के लिए सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट के कश्मीरी छात्र फाजिल बशीर पिंचू व शाहिद कयूम को चार हैंड ग्रेनेड दिए थे। यह ग्रेनेड वेरका मिल्क प्लांट के पास जाकिर मूसा के आतंकी संगठन अंसार गजावत उल सिंह के आतंकी ने हमले से पांच दिन पहले वेरका मिल्क प्लांट के पास दिए थे। पिछले साल नौ सितंबर को यह हैंड ग्रेनेड मुहैया कराए गए थे।
इसके बाद ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए आतंकी रौफ अहमद मीर और उमर रमजान उर्फ गाजी कश्मीर से इंडिगो फ्लाइट से चंडीगढ़ आए और फिर सड़क मार्ग से जालंधर पहुंचे। 1 3 सितंबर को उन्होंने मकसूदां थाने की रेकी की और अगले दिन यानि 14 सितंबर को शाम पौने आठ बजे थाने में ब्लास्ट कर दिया। हमले में एक पुलिस कर्मी को गंभीर चोटें आई थीं। यह तथ्य एनआइए की तरफ से सोमवार को मोहाली स्थित स्पेशल एनआइए कोर्ट में पेश किए चालान से उजागर हुए हैं। इस मामले में ब्लास्ट करने वाले आतंकी रौफ अहमद मीर व उमर मीर जेएंडके के अवंतीपोरा में हुए एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, इसलिए एनआइए ने पिंचू व कयूम के खिलाफ चार्जशीट पेश की है।
एनआइए की चालान के मुताबिक चौदह सितंबर को मकसूदां थाने में ब्लास्ट के बाद अगले दिन डिवीजन एक में केस दर्ज हुआ था, जिसके बाद केस एनआइए को सौंप दिया गया। इसके बाद एनआइए ने ब्लास्ट के आरोप में आठ नवंबर को कश्मीरी छात्रों फाजिल बशीर पिंचू निवासी घाट मोहल्ला थाना अवंतीपोरा और शाहिद कयूम निवासी कंजीनाग थाना अवंतीपोरा को गिरफ्तार किया। एनआइए की पूछताछ में दोनों ने बताया कि रौफ अहमद मीर निवासी मीरपुरा मोहल्ला अवंतीपोरा व उमर गाजी के साथ मिलकर उन्होंने इस धमाके को अंजाम दिया। उनका मकसद पंजाब में अमन-कानून की स्थिति को खराब करना था और भारत के खिलाफ जंग लडऩा था।
एनआइए की जांच में आगे पता चला कि इन चारों ने आमिर नाजिर मीर और रसिक अहमद मीर निवासी अवंतीपोरा के साथ मिलकर इस पूरे धमाके को अंजाम दिया। आमिर और रसिक ने यह साजिश अंसार गजावत उल हिंद के चीफ जाकिर मूसा उर्फ राशिद बट के कहने पर रची थी। इन्होंने देश के सुरक्षा संस्थानों को निशाना बनाना था। यह सभी कश्मीरी आतंकी संगठन अंसार गजावत उल हिंद के कैडर थे।
एनकाउंटर में दो हमलावर व साजिशकर्ता मारा गया था
मकसूदां ब्लास्ट के मामले में 22 दिसंबर को 2018 को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच अवंतीपोरा में एनकाउंटर हुआ था, जिसमें मकसूदां पुलिस थाने पर हैंड ग्रेनेड फेंकने वाले मीर व गाजी के साथ साजिश रचने में शामिल रसिक अहमद मीर को भी मार गिराया गया था, जो इस केस में भी शामिल था।
आमिर मीर व मूसा की जांच जारी
मकसूदां ब्लास्ट के मामले में एनआइए ने धमाके की साजिश रचने वाले आमिर नाजिर मीर को भी गिरफ्तार कर लिया था, हालांकि अभी उसके खिलाफ चालान पेश नहीं किया गया है। उसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा अंसार गजावत उल हिंद के चीफ आतंकी जाकिर मूसा के मामले में भी एनआइए की जांच जारी है।
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