सियासी खेलः लाखों रुपये खर्च कर 300 फीट तक की गई ट्यूबवेल बोरिंग को मिट्टी डाल किया बंद
जालंधर के तिलक नगर में सियासत के कारण ट्यूबवेल के लिए करवाई गई नई बोरिंग को मिट्टी डाल बंद कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। तिलक नगर में नगर निगम ने ट्यूबवेल की बोरिंग के लिए दस दिन तक 300 फीट बोरिंग करने के बाद उसे दोबारा भर दिया है। दावा किया जा रहा है कि वहां पत्थर निकले हैं। जबकि लोगों का आरोप है कि ऐसा राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण किया गया है। कई लाख का डीजल फूंकने के बाद निगम अधिकारियों की ऐसी कार्रवाई चर्चा का विषय बनी है। जमीन में पत्थर निकलने की बात कहकर मामले को ढकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बोरिंग कर रही टीम के किसी भी व्यक्ति ने पत्थर निकलते नहीं देखे हैं।
लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि ट्यूबवेल क्षेत्र के भाजपा पार्षद वरेश मिंटू लगवा रहे थे। उन्हें श्रेय मिलता देख कुछ कांग्रेसियों ने अधिकारियों पर दबाव बनाकर बोरिंग से पाइप निकलवा दी। हालांकि मंगलवार को मौके पर पहुंचे एक कांग्रेसी नेता ने लोगों को आश्वासन दिया कि वे अब उसी जगह पर जल्द बोरिंग करवा लोगों को पेयजल संकट से मुक्ति दिलाएंगे। इस मामले में निगम के एक्सईएन निर्मल सिंह व जेई हरिंदर सिंह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
पार्षद मिंटू ने पास करवाया था प्रस्ताव
मई में भीषण गर्मी के दिनों में वार्ड-40 के तहत आने वाले तिलक नगर क्षेत्र का ट्यूबवेल खराब हो गया था। तब से बीच-बीच में किसी तरह निगम के मुलाजिम ट्यूबवेल को सही कर चलाने की कोशिश करते थे, लेकिन पानी नीचे चले जाने के कारण जून में ट्यूबवेल पूरी तरह बंद हो गया। लंबे प्रयास के बाद भाजपा पार्षद वरेश मिंटू ने ट्यूबवेल का प्रस्ताव निगम में पास कराया था। पिछले 10 दिन से बोरिंग भी हो रही थी। 300 फीट तक बोर होने के बाद अचानक राजनीतिक दबाव में काम बंद करवा दिया गया।
मैं इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहता : वरेश मिंटू
भाजपा पार्षद वरेश मिंटू ने कहा कि वे पानी के मामले में राजनीति नही करना चाहते। उनकी कोशिश यही है कि ट्यूबवेल लगे क्षेत्र के लोगों की पानी की समस्या दूर हो। फिलहाल उन्हें तकनीकी गड़बड़ी की बात कही जा रही है। इसमें सच्चाई क्या है ये तो अधिकारी ही बता सकते है। क्षेत्र में पानी की समस्या गंभीर है और बिना किसी राजनीति के समस्या का हल होना चाहिए।