सवा साल में खत्म करना होगा सरफेस वाटर प्रोजेक्ट
नगर निगम कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने वीरवार को 550 करोड़ के सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए ठेकेदारों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने वीरवार को 550 करोड़ के सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए ठेकेदारों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों के साथ आदमपुर के निकटवर्ती गांव जगरावां में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और अंडर ग्राउंड वाटर टैंक का निरीक्षण भी किया। उन्होंने लार्सन एंड टर्बो कंपनी के अधिकारियों के साथ मीटिग भी की और काम को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। कमिश्नर कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिया कि यह प्रोजेक्ट डेडलाइन सितंबर 2023 को पूरा होना चाहिए। इसी लक्ष्य के साथ काम में तेजी लाई जाए। प्रोजेक्ट 6 से 8 महीने की देरी पर है और इसके साल 2024 में पूरे होने के कयास लगाए जा रहे हैं। उन्होंने सरफेस वाटर प्रोजेक्ट कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अंडर ग्राउंड वाटर टैंक, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, शहर में बन रहे पांच रिजरवायर के निर्माण के लिए लेबर बढ़ाई जाए। कंपनी के अधिकारियों ने कहा है कि इस महीने के अंत तक लेबर बढ़ाकर काम में तेजी लाएंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट की मानिटरिग पंजाब वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड कर रहा है और निगम कमिश्नर के दौरे के समय सीवरेज बोर्ड के एसडीओ पदम दीप सिंह भी मौजूद रहे। कमिश्नर पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि शहर के लिए बेहद जरूरी सरफेस वाटर प्रोजेक्ट को मिशन के रूप में लेना होगा और उसे तय समय में पूरा करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत सतलुज दरिया का पानी लोगों को 24 घंटे उपलब्ध करवाया जाना है। इससे शहर में चल रहे 600 ट्यूबवेल में से 90 प्रतिशत बंद हो जाएंगे और भूजल स्तर में सुधार होगा।
-------- जो सड़कें अभी बनानी है, सिर्फ वहीं डाली जाएंगी पाइप
सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत गांव जगरावां के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शहर की एंट्री और उसके बाद शहर के विभिन्न हिस्सों में करीब 97 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी है। अभी करीब 10 किलोमीटर पाइपलाइन ही बिछाई गई है। शहर के अंदर 75 से 80 किलोमीटर पाइपलाइन डाली जानी है और इसके लिए शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों का टूटना भी तय है। नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि वह सोमवार को निगम के बीएंडआर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के साथ मीटिग करेंगी और यह रिपोर्ट लेंगी कि किन-किन इलाकों में नई सड़कें बनाने के लिए टेंडर लगाए गए हैं। फिलहाल सिर्फ उन्हीं इलाकों में पाइपलाइन डालने की इजाजत दी जाएगी जहां पर नई सड़क बनाई जानी है। यह करना होगा
निगम कमिश्नर ने कहा कि एक ही समय में कई काम करने होंगे और अगर बरसात व अन्य कारणों से पाइपलाइन बिछाने में देरी है तो तब तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर रिजर्वायर, अंडर ग्राउंड वाटर स्टोरेज टैंक व अन्य जरूरी काम निपटाए जा सकते हैं। निगम कमिश्नर ने वीरवार को शहर में कुछ इलाकों का दौरा भी किया है, जहां पर पाइपलाइन बिछाई जानी है लेकिन अंतिम फैसला सोमवार की मीटिग के बाद ही होगा।
-------- राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं रुकावट
वाटर सरफेस प्रोजेक्ट के डेडलाइन सितंबर 2023 तक पूरा होने में सबसे बड़ी मुश्किल राजनीतिक कारणों से पैदा हो सकती है। जनवरी 2023 से पहले नगर निगम चुनाव होने हैं। ऐसे में मौजूदा सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी नहीं चाहेगी कि सड़कें टूटने से उनके खिलाफ माहौल बने। इस वजह से शहर में पाइपलाइन बिछाने के काम में देरी हो सकती है। कांग्रेस सरकार के समय में सिर्फ 10 किलोमीटर पाइप लाइन ही डाली गई थी और इस वजह से टूटी सड़कों के कारण कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा। जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है और पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कें खोदने से लोगों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है।
------- 120 फुट और कपूरथला रोड के स्मार्ट प्रोजेक्ट का भी किया निरीक्षण
नगर निगम ने 120 फुट रोड और कपूरथला रोड से वर्कशाप चौक तक स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट का निरीक्षण भी किया है। इस दौरान ठेकेदारों को निर्देश दिया है कि दोनों ही स्मार्ट रोड के प्रोजेक्ट पर तेजी लाई जाए। अगर कहीं पाइपलाइन बिछाने से सड़क निर्माण रुका है तो तब तक फुटपाथ बनाया जा सकता है। जहां पर चौक को ठीक करना है वहां पर चौक ठीक करने का काम किया जाए। अगर एक काम में रुकावट है तो बाकी काम नहीं रुकेंगे। सभी काम समानांतर चलेंगे तभी प्रोजेक्ट समय पर पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि वह लगातार निरीक्षण करेंगी और उन्हें हर हफ्ते इसकी रिपोर्ट चाहिए कौन-कौन से काम पूरे हो रहे हैं। दो दिन पहले जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल ने नगर निगम कमिश्नर से मुलाकात करके 120 फुट रोड पर साइकिल ट्रैक बनाने, फुटपाथ को चौड़ा करने और बाबू जगजीवन राम एवं वीर बबरीक चौक के सुंदरीकरण का प्रस्ताव रखा था।