मां शैलपुत्री की पूजा के साथ नवरात्र का आगाज
मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा के साथ चैत्र के नवरात्र का आगाज शनिवार को हुआ। नवरात्र के पहले दिन शहर के अधिकतर मंदिरों में तड़के से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर: मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा के साथ चैत्र के नवरात्र का आगाज शनिवार को हुआ। नवरात्र के पहले दिन शहर के अधिकतर मंदिरों में तड़के से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गई। यह दौर शाम तक जारी रहा।
इस क्रम में श्रद्धालुओं ने घरों में कलश स्थापना के साथ खेत्री की बिजाई की। इस बारे में महार्षि भृगु ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र अर्बन एस्टेट फेस-1 के संचालक पंडित एसके शास्त्री भुगु ने कहा कि गिरिराज हिमालय की पुत्री शैलपुत्री दुर्गा मां का प्रथम स्वरूप है। मां शैलपुत्री की पूजा करने से इंसान मानसिक रूप से मजबूत होता है। मां के दाएं हाथ में त्रिशूल नकारात्मकता का नाश करने व बाएं हाथ में कमल पवित्र कर्मों को प्रेरित करता है। इसी तरह प्राचीन शिव मंदिर, गुड़ मंडी, प्राचीन नौहरियां मंदिर, गीता मंदिर, अर्बन एस्टेट फेस-2, गीता मंदिर माडल टाउन, श्री राधे श्याम मंदिर सहित शहर के कई मंदिरों में मां दुर्गा स्तुति का पाठ किया गया।
------
श्री देवी तलाब में 1008 मां दुर्गा स्तुति का पाठ
प्रथम नवरात्र को लेकर श्री देवी तालाब मंदिर में 1008 मां दुर्गा स्तुति का पाठ किया गया। इस दौरान मां के दरबार में श्रद्धालुओं ने एक साथ पाठ का जाप किया। प्रबंधक कमेटी की ओर से नवरात्र के व्यंजनों का लंगर लगाया गया। इस मौके पर श्री देवी तलाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज, पविंदर बहल, सौरभ शर्मा, पवन मेहता, बलदेव आनन्द, नरेश शर्मा सहित कमेटी के सदस्य मौजूद थे।
-----
गीता मंदिर पहुंची 12 सिद्ध शक्तिपीठों की पावन ज्योति
नवरात्र को लेकर गीता मंदिर, अर्बन एस्टेट फेस-वन में 12 सिद्ध शक्तिपीठों की ज्योति प्रतिष्ठापित की गई। इसके उपरांत 108 मां दुर्गा स्तुति का पाठ किया गया। मंदिर संकीर्तन मंडल की ओर से भजन संकीर्तन किया गया। इस मौके पर इस मौके पर श्री गीता मंदिर चेरिटेबल सोसायटी के प्रधान राजेश अग्रवाल, सचिव एएल धवन, कोषाध्यक्ष केके भल्ला व अनुराग अग्रवाल ने कहा कि 'नवरात्र की शाम मां ज्योतां वाली के नाम' के तहत रोजाना भजन संध्या का आयोजन होगा। इस मौके पर अंशुमन पुरी, उपप्रधान प्रेम सागर दीक्षित, महेंद्र प्रताप, सतीश रहेजा, विजय घई, नरगिस बत्रा, आरसी शर्मा, इंदु हांडा, अनूप त्रेहन, एसएम महाजन, आरएन मेहता, केके भल्ला, केके कोहली, जीडी सेतिया, डीडी धवन, पवन जोशी, विजय गुप्ता तथा महिला संकीर्तन मंडली से कमलेश भारद्वाज, किरण शर्मा, संध्या देवी, स्वीटी मनोचा, प्रवीण, बंटी, बिदु, मंजू शर्मा साहिल, पंडित रमेश शर्मा, राजीव शर्मा, संदीप शर्मा, बबलू शर्मा, सुनैना बहल, रिपी पुरी, अनुज शर्मा, हिना जोशी, ऋतु अरोड़ा, नीरजा जैन आदि मौजूद थे।