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सड़कों तक पहुंचा सिद्धू-चन्नी विवाद, सरकारी होर्डिंग के स्लोगन्स से हटाए गए सीएम चन्‍नी के नाम

पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी का विवाद अब सड़काें पर पहुंंचता दिख रहा है। सरकारी होर्डिंगों से चन्‍नी का नाम हटाया जा रहा है या छोटा किया जा रहा है। पहले जहां चन्‍नी का नाम होता था वहां पंजाब सरकार किया जा रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 09:40 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 10:20 AM (IST)
सड़कों तक पहुंचा सिद्धू-चन्नी विवाद, सरकारी होर्डिंग के स्लोगन्स से हटाए गए सीएम चन्‍नी के नाम
जालंधर के एक प्रमुख स्‍थान पर लगा होडिंग। (जागरण)

जालंंधर, [मनोज त्रिपाठी]। Navjot Singh Sidhu vs Chananjit Singh Channi: पंजाब में कांग्रेस की सियासत में अब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी का विवाद सड़कों तक पहुंच गया है। सिद्धू के एक के बाद ट्वीट अटैक के जवाब में सीएम चन्‍नी ने राज्‍य भर में अपने कार्यों व उपलब्धियों को दर्शाने वाले होडिंग लगवाए थे। इसमें चन्‍नी को लेकर स्‍लोगन लिखे गए और मोटे अक्षरों में सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी का नाम लिखे थे और तस्‍वीर लगी थी। इस संबंंध में कई सरकारी होड्रिंग्‍स भी लगे थे। लेकिन, अब अचानक इनमें बदलाव किया जा रहा है। चन्‍नी की तस्‍वीर तो लगी हुई है, लेकिन उनका नाम हटा दिया गया है या छोटे अक्षरों में कर दिया गया है। इसकी जगह पंजाब सरकार कर दिया गया है।   

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होर्डिंग्स से चरणजीत सिंह  चन्नी का नाम हटाकर पंजाब सरकार किया गया         

दरअसल, मुख्यमंत्री बनने के बाद 58 साल के चरणजीत सिंह चन्‍नी ने हर मौके पर खुद को एक काबिल मुख्यमंत्री सिद्ध करके विरोधियों की बोलती बंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चन्‍नी हाकी के मैदान से लेकर सियासत के मैदान तक नवजोत सिंह सिद्धू पर हर जगह भारी पड़ते दिखे। ये अलग बात है कि क्रिकेटर से सेलीब्रिटी फिर नेता बने सिद्धू ने मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में पिछड़ने के बाद लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर चन्नी या अपनी ही कांग्रेस सरकार को घेरे रखा है।

जालंधर के एक चौराहे पर लगा संशोधित होर्डिंग। (जागरण)

बीते दिनों सिद्धू व चन्नी के बीच पर सोशल मीडिया पर सरकार के कामों को लेकर हुई बयानबाजी के जवाब चन्नी के खेमे ने सरकार की तरफ से पंजाब भर में सड़कों के किनारे लगवाए गए होर्डिंग पर स्लोगन बदलकर दिया था। स्लोगन में '.. घर-घर विच चली गल, मुख्यमंत्री चन्नी करदा मसले हल..' लिखकर चन्नी को चुनावी चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट किया गया था।

नवजोत सिंह सिद्धू व चन्नी के बीच डीजीपी व एजी बदलने सहित नशा व अन्य मुद्दों को लेकर हुई बैठक में कई मामलों को चन्नी ने मानकर सिद्धू को मना लिया था। उसके बाद दोनों नेताओं ने एक साथ प्रेस कांफ्रेंस करके संदेश देने की कि कोशि की कि हम एक हैं, लेकिन इसके साथ ही सिद्धू ने फिर से चन्नी को चुनावी चेहरा बनाए जाने का अंदरखाते विरोध शुरू कर दिया था।

लुधियाना शहर मेंं लगाया गया  संशोधित होर्डिंग। (जागरण)

सिद्धू की कूटनीति में फंसे चन्नी का नाम सरकार ने हटवाया

सिद्धू खेमे को डर था कि जिस प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे को बीते विधानसभा चुनाव से पहले 'काफी विथ कैप्टन व पंजाब द शेर' जैसे स्लोगन देकर सियासी बुलंदियों पर पहुंचाया गया था, उसी तर्ज पर अब चन्नी को प्रोजेक्ट किया जा रहा है। सिद्धू खेमे का कहना था कि यह गलत है कि काम तो सरकार कर रही है न की चन्नी, लेकिन स्‍लोगन चन्‍नी काे लेकर लिखा जा रहा है,  इसलिए लोगों में कांग्रेस सरकार का संदेश जाना चाहिए। चन्‍नी इसके बाद सिद्धू की कूटनीति में फंस गए और अब उनका नाम हटाया जा रहा है।  

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि दररअसल, ढाई महीने के कार्यकाल में चन्नी ने बिजली जैसे ज्वलंत मुद्दों को दूसरों से छीन कर कांग्रेस की झोली में डाल दिया है। इतना ही नहीं खेल मैदानों में चन्नी मैचों का उद्घाटन करने ही पहुंचे बल्कि उन्होंने खुद खिलाड़ी बनकर खेल के मैदान से युवाओं को संदेश दिया कि बेशक उनकी उम्र  58 साल हो गई हो, लेकिन वह अभी भी एक्टिव हैं।

अब पंजाब में चन्नी या सिद्धू नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार का होगा प्रचार

जालंधर के सुरजीत हाकी स्टेडियम हो या पिर मोहाली का स्टेडियम चन्नी ने बाकायदा ओलंपियन से नेता बने परगट सिंह जैसों को हाकी के मैदान में हराकर युवाओं को वाहवाही लूटी थी। इतना ही नहीं बठिंडा के दौरे से लौटते समय सड़क अपना काफिला रुकवा कर आम आदमी की शादी में चन्नी का शरीक होना और दुल्हन को शगुन देने जैसे मामलों ने तेजी के साथ चन्नी की पाजिटिव इमेज को लोगों के सामने पेश किया था।

डीएवी यूनिवर्सिटी में सुरक्षा घेरा तोड़कर य़ुवाओं से मिल कर तथा प्रोग्रामों नें सैकड़ों य़ुवाओं के साथ सेल्फी व फोटो खिंचवा कर चन्नी एक आम सेलिब्रेटी सीएम की इमेज बनाने में कामयाब हो रहे थे, लेकिन सिद्धू की कूटनीति के बाद एक बार फिर से चन्नी व सिद्धू का विवाद सड़कों तक पहुंच गया है। अब सरकार ने होर्डिंग से 'घर-घर विच चली गल, मुख्यमंत्री चन्नी करदा मसले हल' स्लोगन में संशोधन करवा कर चन्नी के नाम पर सरकार का लिखवा दिया है।

लुधियाना में लगा एक होर्डिंग जिसमें चरणजीत चन्‍नी का नाम हटाकर पंजाब सरकार किया गया है। (जागरण)

सत्ता के गलियारों में सरकार के इस फैसले ने नई बहस छेड़ दी है कि क्या सिद्धू की कूटनीति चन्नी पर भारी पड़ने लगी है या फिर चन्नी सरकार खुद को चुनावी माहौल में पार्टी के रूप में पेश कर रही है। फिलहाल खुलेआम होर्डिंग पर चन्नी का नाम हटाने को लेकर विपक्ष ने भी हमला तेज कर दिया है और आने वाले दिनों में एक बार फिर सिद्धू व चन्नी विवाद बढ़ने के आसार बनते जा रहे हैं।

लुधियाना में लगा होर्डिंग जिसमें चरणजीत सिंह चन्‍नी का नाम हटाकर पंंजाब सरकार किया गया। (जागरण)

लुधियाना में भी सरकारी होर्डिंग्‍स से हटे सीएम चन्‍नी के नाम  

लुधियाना। पंजाब सरकार की उपलब्धियों वाले होर्डिंग इन दिनों शहर में भरे पड़े हैं। जगह-जगह सिर्फ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तस्वीरों वाले बोर्डों पर चन्नी का ही गुणगान लिखा गया। लेकिन, अचानक इन होर्डिंग्स से चरणजीत सिंह चन्नी के नाम की जगह पंजाब सरकार कर दिया गया है। होर्डिंग्स में परिवर्तन चर्चा का विषय बना हुआ है।


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