NIT Jalandhar Convocation: प्रो. सहस्त्रबुद्धे ने छात्रों को बांटी डिग्री, बोले- नई शिक्षा नीति आजीवन सीखने का देगी अवसर
जालंधर एनआईटी के दीक्षा समारोह में बीटेक के 608 विद्यार्थी एमएससी के 72 एमबीए के 15 व पीएचडी के 30 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई। कार्यक्रम में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (नई दिल्ली) के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे मुख्य अतिथि रहे।
जालंधर, जेएनएन। डा. बीआर अंबेडकर राष्ट्रीय प्रोद्यौगिक संस्थान ( एनआईटी) ने रविवार को अपना 16वां दीक्षा समारोह करवाया। कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (नई दिल्ली) के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे ने शिरकत की और इंस्टीट्यू के 820 विद्यार्थियों को डिग्री बांटी। प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में कई कमियां हैं। नई शिक्षा नीति को अंतिम रूप देने के लिए बुद्धिजीवियों से सुझाव लिए गए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य समावेशी, समान गुणवत्ता वाली शिक्षा व आजीवन सीखने के लिए अवसर प्रदान करना है।
इस मौके पर एनआईटी के डायरेक्टर प्रो. ललित कुमार ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष परिसर में 2500 विद्यार्थी थे। अब उनकी गिनती 5000 तक पहुंच गई है। इस अवसर सुभाष चंद्र रलहन, डा. एसके मिश्रा उपस्थित थे।
इन्हें मिले स्वर्ण पदक
दीक्षा समारोह में बीटेक के 608 विद्यार्थी, एमएससी के 72, एमबीए के 15 व पीएचडी के 30 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई। बी-टेक में वर्ष 2016-2020 तक टाप में रहने वाले विद्यार्थी संजना कोहली, दीक्षा बाला, अक्षत अरोड़ा, प्रभजोत सिंह, मोहम्मद अनस, उज्ज्वल, मोहम्मद मुवाहिब, हार्दिक गुप्ता, प्रेरणा को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। एमटेक में अंकिता शर्मा, बलप्रीत सिंह, गुरजिंदर कौर को स्वर्ण पदक दिया गया।
एमएससी से भाग्यश्री, राहुल, मलिका सिंघल, नीलम रानी को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक दिया गया। डा. जतिंदर कुमार रत्न, डा. समयवीर सिंह, डा. आशीष रमन, डा. राजीव कुमार, डा. दिनेश कुमार, डा. प्रवीण मलिक, डा. एके चौधरी को सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।