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यहां गुरुद्वारे, मंदिर, मस्जिद और चर्च सभी एक रंग में रंगे, रोज पहुंच रहे एक लाख से अधिक श्रद्धालु

नानक की नगरी में गुरुद्वारा साहिब मंदिर मस्जिद और चर्च सहित 5500 घर 17 हजार दुकानों सहित पूरे शहर को सफेदी कर सजाया-संवारा गया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 29 Oct 2019 12:13 PM (IST)Updated: Wed, 30 Oct 2019 03:16 PM (IST)
यहां गुरुद्वारे, मंदिर, मस्जिद और चर्च सभी एक रंग में रंगे, रोज पहुंच रहे एक लाख से अधिक श्रद्धालु
यहां गुरुद्वारे, मंदिर, मस्जिद और चर्च सभी एक रंग में रंगे, रोज पहुंच रहे एक लाख से अधिक श्रद्धालु

कपूरथला [हरनेक सिंह जैनपुरी]। नानक की नगरी में गुरुद्वारा साहिब, मंदिर, मस्जिद और चर्च सहित 5500 घर, 17 हजार दुकानों सहित पूरे शहर को सफेदी कर सजाया-संवारा गया है। 12 नवंबर को गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले कस्बा सुल्तानपुर लोधी ‘व्हाइट सिटी’ में तब्दील हो चुका है।

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आज से करीब साढ़े पांच सौ साल पहले इसी शहर में गुरु नानक देव जी ने नवाब दौलत खां के मोदीखाने में नौकरी करते हुए तेरा-तेरा कर गरीबों की झोलियां भर दी थीं। बाबा नानक की इसी सीख से प्रेेरणा लेकर हर श्रद्धालु बाबा की इस नगरी को संवारने में जुटा हुआ है। इस काम के लिए खासतौर पर एक फंड भी बनाया गया, जिसमें लोगों ने क्षमतानुसार योगदान किया।

इस फंड के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने खुद अपनी ओर से 13 लाख रुपये सेवा में दिए। इस आइडिया से खुश होकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी 13 लाख रुपये दिए। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान व सांसद सुखबीर सिंह बादल भी पीछे नहीं रहे और 13 लाख रुपये उन्होंने इस फंड में दिए। बादल परिवार के बच्चों हरकीरत कौर बादल, गुरलीन कौर बादल और बेटे अनंतप्रीत बादल ने भी इस फंड में अपनी सेवा दी।

117 विधानसभा क्षेत्रों से शिअद के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और पार्टी वर्करों ने 13 रुपये, 13 सौ, 13 हजार और 13 लाख रुपये तक की सेवा इस फंड में दी। अकाली दल के कोषाध्यक्ष एनके शर्मा का कहना है कि इस काम में चार करोड़ रुपये अब तक खर्च हो चुके हैं।

एक नवंबर को 550 रबाबी सिंहों के कीर्तन से आरंभ होगा प्रकाश पर्व

कस्बा सुल्तानपुर लोधी से करीब 10 किलोमीटर दूर गांव भरोयाणा में बाबा नानक जी से संबंधित गुरुद्वारा रबाबसर साहिब है। इस गांव से बाबा नानक जी के कहने पर भाई मर्दाना जी भाई फरजंद से रबाब लेकर आए थे। इस रबाब की धुनों के साथ गुरु नानक जी गुरबाणी की रचना करते। इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब से एक नवंबर को 550 रबाबी सिंह एक साथ कीर्तन करते हुए सुल्तानपुर लोधी पहुंचेगे। इसके साथ ही गुरु जी के 550वें प्रकाशोत्सव के संबंधित धार्मिक कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा।

गुरुनानक देव ने यहां बिताए थे 14 साल

जिला कपूरथला, पंजाब स्थित सुल्तानपुर लोधी कस्बे में गुरुनानक देव ने जीवन के 14 साल व्यतीत किए थे। गुरु नानक देव जी यहां के नवाब के मोदीखाना (भंडारण) पर बतौर लेखाकार काम करते थे। बेर साहिब वही जगह है जहां पर गुरुनानक देव जी सूर्योदय के बाद एक बेर के पेड़ के नीचे ध्यान लगाते थे। कहा जाता है कि इसी जगह पर गुरुनानक ने दैवीय शक्ति के साथ प्रत्यक्ष संपर्क किया था।

नानक की नगरी में रोज पहुंच रहे एक लाख से अधिक श्रद्धालु

श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के शताब्दी समागम का गवाह बनने के लिए बड़ी संख्या में संगत सुल्तानपुर लोधी पहुंचना शुरू हो गई है। एसजीपीसी की ओर से भाई मरदाना हॉल में एक नवंबर से धार्मिक कार्यक्रम शुरू करवाए जा रहे हैं। 

 

पंथ के महान रागी, कथा वाचक व कविशरी जत्थे संगत को गुरु चरणों से जोडऩे का काम करेंगे। इसके लिए तीन से चार दिन पहले ही रोजाना करीब एक लाख से अधिक संगत पहुंचने लगी है। सुल्तानपुर लोधी आने वाली सभी ट्रेनें फुल आ रही हैं। नानक की नगरी की नई दाना मंडी, मंदिर सिंह भवानी, लोहिया चौक, माछी जोआ की सभी पार्किंग संगत की गाड़ियों से भरी पड़ी हैं। सोमवार को अहमदाबाद-जम्मू तवी ट्रेन पूरी तरह श्रद्धालुओं से भरी हुई थी। श्री गंगानगर से आने वाले बचन सिंह और बठिंडा से महिंदर कौर ने बताया कि गुरु पर्व पर बहुत ज्यादा संगत आएगी, इसलिए वे भीड़ से बचने के लिए पहले ही सुल्तानपुर लोधी पहुंच गए हैं। पैदल चलना मुश्किल है, लेकिन बाबा नानक उन्हें ताकत बख्श रहे हैं। 

दीवाली पर ढाई लाख संगत हुई नतमस्तक

दीवाली के दिन गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में करीब ढाई लाख संगत ने माथा टेका और पवित्र सरोवर में स्नान किया। सोमवार को कार्तिक अमावस्या पर भी करीब साढ़े तीन लाख श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब में माथा टेक चुके थे।

अभी नहीं चली मिनी बसें, न चला ई-रिक्शा

सरकार ने संगत को पार्किंग स्थलों से गुरुद्वारा साहिब तक ले जाने के लिए एक नवंबर से मिनी बसों व ई-रिक्शा की व्यवस्था की है। संगत उससे पहले पहुंचना शुरू हो गई है। उन्हें पार्किंग स्थलों से गुरुद्वारा साहिब तक पैदल ही जाना पड़ रहा है। शहर में अब तक एक भी मिनी बस नहीं पहुंची है। ई-रिक्शा भी मात्र 20 ही पहुंचे हैं।

एक नवंबर से चलेंगी मिनी बसें: डीसी

डीसी कपूरथला डीपीएस खरबंदा का कहना है कि एक नवंबर से मिनी बसें और ई-रिक्शा की सेवा शुरू हो जाएगी। संगत को कोई मुश्किल नहीं आएगी।

डेरा बाबा नानक से कॉरिडोर तक हर दीवार पर बनेगी बाबा नानक की पेंटिंग

डेरा बाबा नानक से अंतराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन तक सड़क के आसपास हर इमारत की दीवार पर श्री गुरु नानक देव जी की पेंटिंग बनाई जाएंगी और साथ में उनकी शिक्षाएं लिखी जाएंगी। ऐसा 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। 

कॉरिडोर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अब रंग-रोगन और विभिन्न तरह के पौधे लगाने का काम चल रहा है। इसी कड़ी में अब डेरा बाबा नानक से जीरो लाइन तक साढ़े पांच किलोमीटर में सड़क के आसपास की दीवारें श्रद्धालुओं को बाबा नानक की शिक्षाएं बताएंगी। दीवारों पर बाबा नानक की पेंटिंग बनाने और उनकी शिक्षाएं लिखने का काम पंजाब सरकार करवा रही है। डेरा बाबा नानक में 550वें प्रकाश पर्व को मनाने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।

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