80 वर्ष बाद नए प्रारूप में नजर आएगा नगर कीर्तन
ाी गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को लेकर शहर में 17 नवंबर को निकाला जा रहा नगर कीर्तन इस बार खास होगा। गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा मोहल्ला गो¨वदगढ़ से सुबह 10 बजे शुरू होने वाले नगर कीर्तन में इस बार जहां श्री गुरु नानक देव जी के जीवन पर आधारित स्वागत गेट लगाए जाएंगे।
शाम सहगल, जालंधर
श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को लेकर शहर में 17 नवंबर को निकाला जा रहा नगर कीर्तन इस बार खास होगा। गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा मोहल्ला गो¨वदगढ़ से सुबह 10 बजे शुरू होने वाले नगर कीर्तन में इस बार जहां श्री गुरु नानक देव जी के जीवन पर आधारित स्वागत गेट लगाए जाएंगे। वहीं, श्री गुरु ग्रंथ साहिब से सुसज्जित पालकी साहिब को तैयार करने के लिए विशेष रूप से अमृतसर से कारीगर शहर में पहुंचेंगे। यही नहीं, श्री दरबार साहिब अमृतसर की थीम पर पालकी साहिब को आकर्षक फूलों से सजाया जाएगा। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ करेंगे जागरूक
गुरुद्वारा दीवान अस्थान सेंट्रल टाउन के प्रधान मोहन ¨सह ढींडसा बताते हैं कि गुरु साहिबान ने समूचे जगत को वहम तथा भ्रम से दूर रहने को प्रेरित किया था। कुछ लोग सही ज्ञान के अभाव में पथ से भटक रहे हैं। जिसके चलते नगर कीर्तन में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संगत को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए बकायदा बच्चे हाथ में पोस्टर पकड़कर संगत को इसके प्रति जागरूक करेंगे। नगर कीर्तन के दौरान नशाखोरी, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नारी शोषण तथा बाल मजदूरी रोकने के लिए भी जागरूक किया जाएगा। पुरातन मार्ग से ही निकलेगा नगर कीर्तन
प्रकाशोत्सव को लेकर निकाले जा रहे नगर कीर्तन को लेकर पिछले कुछ समय से अटकलें लगाई जा रहीं थी। वहीं, पंथ हितैषियों के हस्तक्षेप के बाद अब नगर कीर्तन पुरातन मार्ग से ही निकाला जाएगा। जिसके तहत गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा मोहल्ला गो¨बदगढ़ से शुरू होकर पुरातन मार्ग से होते हुए गुरुद्वारा दीवान अस्थान सेंट्रल टाउन में संपन्न होगा। नगर कीर्तन के पूरे मार्ग को सुंदर जाल तथा इलेक्ट्रिक लड़ियों से सजाया जा रहा है। जिससे नगर कीर्तन की शाम शहर रंग बिरंगी रोशनी से नहाया नजर आएगा। बेबे नानकी से लेकर भाई मरदाना जी तक पर आधारित बनेंगे स्वागत गेट
नगर कीर्तन के मार्ग में श्री गुरु नानक देव महाराज के जीवन पर आधारित पहली बार स्वागती गेट लगाए जा रहे हैं। जिसमें श्री गुरु नानक देव की बहन बेबे नानकी जी, उनके पिता मेहता कालूराम जी तथा उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा रहे भाई मरदाना जी सहित विभिन्न धार्मिक शख्सियतों के नाम पर गेट सजाए जाएंगे। इस दौरान संगत को उनके जीवन से भी रूबरू करवाया जाएगा। परिवार सहित शामिल हो संगत
गुरुद्वारा नौवीं पातशाही श्री गुरु तेग बहादुर जीटीबी नगर के प्रमुख सेवादार जत्थेदार जगजीत ¨सह गाबा ने कहा कि नगर कीर्तन के साथ जिले की संगत की आस्था जुड़ी हुई है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए संगत को अपने बच्चों को साथ जरूर लेकर आना चाहिए। इससे उन्हें अपने धर्म तथा सभ्याचार का ज्ञान तो मिलेगा ही, साथ ही उसे अध्यात्म का ज्ञान भी होगा तथा वह सामाजिक बुराइयों का डटकर सामना भी कर सकेंगे।