डीएवी कॉलेज नकोदर में करवाया सर्व भारती मुशायरा
त्रिभाषी मुशायरे ने भारत के सभी राज्यों के बीच की दूरी खत्म करने व शांति का संदेश देने में सफलता हासिल की है।
संवाद सहयोगी, नकोदर : केआरएम डीएवी कॉलेज नकोदर, सांझ-अंबाला व पोएटरी जंक्शन सहारनपुर के सहयोग से पदमश्री पंडित लब्भू राम जोश मलसियानी की याद में सर्व भारती त्रिभाषी मुशायरा प्रिसिपल डॉ. अनूप कुमार की देखरख में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की प्रधानगी पंजाबी के प्रसिद्ध कवि पदमश्री डॉ. सुरजीत पातर ने की।
उन्होंने कहा कि त्रिभाषी मुशायरे ने भारत के सभी राज्यों के बीच की दूरी खत्म करने व शांति का संदेश देने में सफलता हासिल की है। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब व अन्य राज्यों से आए प्रसिद्ध कवियों ने हिंदी, पंजाबी व उर्दू में कविताएं पेश कीं। बिलाल सहारनपुरी ने महफिल में श्रोताओं को प्राकृतिक नजारों का आनंद दिलाया। डॉ. जगविदर योद्धा ने अपनी कविताओं से पंजाबी भाषा व पंजाबियत की खुशबू बिखेरी। डॉ. गुरदेव सिंह देव ने सलमान जफर, डॉ. चारू सिंह ने भी अपनी रचनाएं पेश कर वाहवाही बटोरी।
डॉ. अनूप कुमार ने आए मेहमानों का स्वागत किया। नकोदर से ही मलसियानी परिवार के दीपक शर्मा ने भी परिवार सहित हाजिरी भरी। सांझ अंबाला से प्रो. एमवी सूरी सेन व प्रो. सतीश चंद्र ने पोएटरी जंक्शन सहारनपुर से शहयाद अली व एके सिंह ने मुशायरे में विशेष योगदान डाला।
इस मौके पर प्रेम सागर शर्मा, प्रमोद भारद्वाज, विपन गुप्ता, एडवोकेट केके खट्टर, प्रिसिपल बलजिदर सिंह, प्रिसिपल रवि शर्मा, डा. कमलजीत सिंह, डा. शक्ति महेन्द्रू, प्रेम महेन्द्रू, प्रो. विनय कुमार, प्रो. सीमा वधवा, प्रो. (डा.) कमलजीत सिंह, प्रो. शरद मनोचा, प्रो. सतीश टंडन व शहर के गणमान्य मौजूद थे। कालेज के ही पुराने विद्यार्थी व प्रसिद्ध पंजाबी कवि डा. जगविदर योद्धा ने उर्दू, हिन्दी व पंजाबी के सुमेल से नाच से मंच संचालन बखूबी किया।