कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को मिलने वाले डीजल का रिकॉर्ड रखेगा सॉफ्टवेयर
सॉफ्टवेयर में यह रिकॉर्ड रहेगा की गाड़ी को कितना डीजल जारी किया गया है और उस गाड़ी ने कूड़ा उठाने के लिए कितने चक्कर लगाए हैं।
जालंधर, जेएनएन। कूड़ा उठाने वाले नगर निगम के वाहनों को जारी किए जाने वाले डीजल का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने एक विशेष सॉफ्टवेयर डेवलप करवाया है। यह अगले सात दिन के अंदर काम करना शुरू कर देगा।
नगर निगम की हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बलराज ठाकुर ने बताया कि नगर निगम ऑफिस से ही हर गाड़ी के ड्राइवर को डीजल की पर्ची जारी होगी। सॉफ्टवेयर में यह रिकॉर्ड रहेगा की गाड़ी को कितना डीजल जारी किया गया है और उस गाड़ी ने कूड़ा उठाने के लिए कितने चक्कर लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सिस्टम को ठीक करना है। अभी तक हाथ से बनाई पर्ची ही ड्राइवरों को जारी की जाती है। किस गाड़ी को कितना डीजल जारी हुआ और उस गाड़ी ने कितने चक्कर लगाए इसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। बलराज ठाकुर ने बताया कि एक हफ्ते में सॉफ्टवेयर से वर्किंग शुरू कर दी जाएगी।
मुद्दे पर मेयर राजा और यूनियन आ चुके हैं आमने-सामने
पिछले दिनों कूड़े की गाड़ियों के वजन और डीजल की खपत में चोरी के आरोपों के बीच निगम की सफाई यूनियन और मेयर जगदीश राजा आमने-सामने आ गए थे। मेयर की ओर से गाड़ियों की चेकिंग शुरू करने पर यूनियन ने शहर से कूड़ा उठाना बंद कर दिया था। इसे मेयर राजा और नगर निगम कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा की आपसी खींचतान भी बताया जा रहा था। हालांकि बाद में यूनियन ने कूड़े की लिफ्टिंग फिर से शुरू कर दी है। यूनियन जहां मेयर राजा और नगर निगम की हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बलराज ठाकुर पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगा रही है वहीं ठाकुर का कहना था कि सारी कवायद रिकार्ड ठीक रखने के लिए की जा रही है।
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