नगर निगम एलईडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट से बचाएगा 125 करोड़ रुपये, जानें क्या है पूरी योजना
स्मार्ट सिटी की स्टेट लेवल टेक्निकल कमेटी की चंडीगढ़ में शुक्रवार को हुई बैठक में अब तक के तय किए गए प्रोजेक्ट का स्टेटस बताया गया।
जेएनएन, जालंधर : स्मार्ट सिटी की स्टेट लेवल टेक्निकल कमेटी की चंडीगढ़ में शुक्रवार को हुई बैठक में अब तक के तय किए गए प्रोजेक्ट का स्टेटस बताया गया। मीटिंग में मेयर जगदीश राज राजा और स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ जतिंदर जोरवाल शामिल हुए। बैठक में बताया गया कि स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, चौकों का सुंदरीकरण, सोलर पावर प्लांट और नहर के किनारे के सुंदरीकरण के प्रोजेक्ट शुरू होने के लिए तैयार हैं। वहीं, दो बड़े प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है जिनमें रोड स्वीपिंग मशीन और एलईडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट हैं। मेयर ने कहा कि रोड स्वीपिंग मशीन और एलईडी प्रोजेक्ट अकाली-भाजपा गठबंधन के समय तय किए गए रेटों से कई गुना कम राशि पर तैयार करवाए जा रहे हैं। इससे करीब 125 करोड़ रुपये बचेगा। मेयर ने कहा कि गठबंधन सरकार के समय में जो प्रोजेक्ट तय किया गया था वह 30 करोड़ में पांच साल के लिए था। लेकिन अब प्रोजेक्ट 7.50 करोड़ में तैयार होगा।
48 करोड़ में लगेंगी 65000 एलईडी स्ट्रीट लाइट
गठबंधन सरकार के समय तय किए गए एलईडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट को रद कर जो नया प्रोजेक्ट तय किया गया है उसमें शहर की 65,000 स्ट्रीट लाइट बदलने के लिए 48 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें पांच साल की मेंटेनेंस भी शामिल है इससे पहले जो प्रोजेक्ट तैयार किया गया था वह 274 करोड़ रुपये के लिए 10 साल का तैयार किया गया था। कांग्रेस सरकार बनने के बाद इस पर एतराज हुआ और इसे रद करने की सिफारिश कर दी गई है इस पर अंतिम फैसला किसी भी समय आ सकता है।
एक क्लिक पर मिलेगी पानी के बिल अकाउंट की डिटेल
नगर निगम ने पानी के बिल अकाउंट का स्टेटस ऑनलाइन अपलोड कर दिया है। अब पानी के पूरे अकाउंट की जानकारी ऑनलाइन मिल सकेगी। यह जानकारी नगर निगम की वेबसाइट और माई जालंधर ऐप पर मौजूद रहेगी। वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट के सुपरिटेंडेंट मनीष दुगल ने कहा कि अभी तक सिर्फ ऑनलाइन बिल पेमेंट का काम चल रहा था और सिर्फ लोग भुगतान नहीं कर सकते थे, लेकिन अब अकाउंट््स की जानकारी मिलेगी। अकाउंट में पिछले 6 बिल अपलोड और भुगतान का स्टेटस रहेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी अकाउंट के साथ यूनिक आईडी जोड़ दी जाएगी। तब अकाउंट होल्डर जब अपनी यूनीक आइडी माई एप या वेबसाइट पर लिखेगा तो पूरा अकाउंट सामने आ जाएगा। इसके अतिरिक्त यूनिक आइडी से रिकॉर्ड जुडऩे के बाद प्रॉपर्टी बॉर्डर की पूरी प्रॉपर्टी डिटेल वाटर बिल, प्रॉपर्टी टैक्स का बकाया और बिल्डिंग प्लान भी अपलोड किया जाएगा।