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MC Meeting: दस मिनट में 115 प्रस्ताव कर दिए पास, अब सबको देना होगा पानी का बिल Jalandhar News

बैठक के दौरान मेयर के रवैये से नाराज विपक्ष नारेबाजी करता रहा और मेयर जगदीश राजा एक-एक करके एजेंडा पास करते रहे। 10 मिनट में करीब 115 प्रस्ताव पास कर दिए।

By Sat PaulEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 09:18 AM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 09:18 AM (IST)
MC Meeting: दस मिनट में 115 प्रस्ताव कर दिए पास, अब सबको देना होगा पानी का बिल Jalandhar News
MC Meeting: दस मिनट में 115 प्रस्ताव कर दिए पास, अब सबको देना होगा पानी का बिल Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। नगर निगम की करीब दस महीने बाद भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी में हाउस की बैठक हुई। बैठक में वाटर मीटर पॉलिसी, शहर की जोनिंग, सफाई सेवकों-सीवरमैनों की भर्ती, पार्षदों का भत्ता तीन गुणा, 30 हजार रुपये महीना पेंशन करने समेत कई बड़े प्रस्ताव पास हो गए। बैठक में विपक्ष की भूमिका काफी खराब रही और वह शहर में सभी पर पानी का बिल लगाने के प्रस्ताव पर बहस से पहले ही हाउस छोड़ गया।

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मेयर जगदीश राजा ने विपक्ष को भगाने की रणनीति पर काम किया और शून्य काल में विपक्ष अकाली-भाजपा पार्षदों द्वारा मुद्दे उठाते ही मेयर के कई करीबी पार्षदों ने अकाली-भाजपा पार्षदों के सवालों को काटना शुरू कर दिया। कांग्रेस के पार्षदों को चुप कराने की बजाय मेयर ने विपक्षी पार्षदों को ही टोका तो हंगामा शुरू हो गया।

विपक्ष की तरफ से जब पार्षद एडवोकेट सुशील शर्मा बोल रहे थे तो उनके तीखे तेवरों पर पार्षद सुशील कालिया, मनमोहन राजू, मनदीप जस्सल ने रुकावट डालनी शुरू कर दी। सुशील शर्मा का आरोप है कि डवलप के काम के समय विपक्ष के पार्षदों के नाम पत्थर पर लिखाने की बजाए हारे हुए कांग्रेस नेता का नाम लिखाया जा रहा है। कांग्रेस के पार्षदों ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के 10 साल के कार्यकाल में ऐसा ही होता रहा है। इसके बाद पक्ष-विपक्ष में काफी देर तक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।

कुर्सियां छोड़ जमीन पर बैठा विपक्ष

मेयर के बात न सुनने पर विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी और कुर्सियां छोड़कर जमीन पर बैठ गए। पार्षद मनजिंदर सिंह, परमजीत सिंह रेरू, वरेश मिंटू, श्वेता धीर, चंद्रजीत सिंह संधा, जसपाल कौर भाटिया ने आरोप लगाया कि विपक्ष के पार्षदों के काम नहीं किए जा रहे। विपक्ष के पार्षदों ने मेयर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 'साडा हक्क ऐत्थे रख की आवाज बुलंद की। आजाद पार्षद दविंदर रौणी ने भी मेयर पर पक्षपात का आराप लगाया। हंगामा होता देख डीसीपी बलकार सिंह ने पुलिस बल के साथ हाउस का निरीक्षण भी किया।

विपक्ष नारेबाजी करता रहा मेयर एजेंडा पास करते रहे

बैठक के दौरान मेयर के रवैये से नाराज विपक्ष नारेबाजी करता रहा और मेयर जगदीश राजा एक-एक करके एजेंडा पास करते रहे। 10 मिनट में करीब 115 प्रस्ताव पास कर दिए। हाउस में कैंट के 118 करोड़ के दो बड़े प्रोजेक्ट समेत करीब 260 करोड़ रुपये के डवलपमेंट के काम पास कर दिए। इनमें से कई काम एंटीसिपेशन पर पहले से ही हो रहे हैं। कुछ देर बाद ही विपक्ष हाउस की मीटिंग का बायकॉट कर गया। इसके बाद मेयर ने सिर्फ कांग्रेस के पार्षदों का हाउस आराम से चलाया।

भाजयुमो व सफाई मजदूर फेडरेशन का प्रदर्शन

इससे पहले हाउस की मीटिंग में हंगामा, भाजयुमो और पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के धरने के कारण निगम में भारी गिरती में पुलिस बल मौजूद रहा। कंपनी बाग चौक से निगम आफिस में एंट्री गेट पर पुलिस तैनात रही और दूसरी सभी एंट्री पर भी पुलिस की नाकाबंदी थी। वाटर मीटर पॉलिसी रद्द करने की मांग को लेकर भाजयुमो ने कंपनी बाग चौक में प्रदर्शन किया तो सफाई मजदूर फेडरेशन ने टाउन हाल के बाहर धरना दिया।

ये प्रस्ताव हुए पास

  • वाटर मीटर पॉलिसी पास हो गई है। अब शहर के सभी लोगों को पानी का बिल देना होगा। मेयर ने पानी बचाने और निगम की आर्थिक हालत में सुधार के लिए पॉलिसी की वकालत की है।
  • शहर की जोनिंग का प्रस्ताव पास हो गया है। पार्षद ऊमा बेरी, पार्षद सुनीता रिंकू ने इसका प्रस्ताव रखा। अब तंग इलाकों के लिए अलग बिल्डिंग बायलाज होंगे। बस्तियों, पुराने बाजार में निर्माण आसान होगा।
  •  पार्षदों का भत्ता 15 से 50 हजार महीना करने और पार्षदों को 30 हजार पेंशन का प्रस्ताव पास। इस समय 15 हजार रुपये महीना मिलता है। विपक्ष ने इस पर विरोध जताया है। मेडिकल बीमा भी करवाया जाएगा।
  • अवैध कालोनी की कई सड़कों को पब्लिक स्ट्रीट का दर्जा मिलेगा जिससे इन सड़कों के निर्माण पर निगम पैसा लगा सकेगा। इससे अवैध कॉलोनियों में रह रहे लोगों को राहत मिलेगी।
  • बल्टर्न पार्क की जमीन पर स्मार्ट थाना बनेगा। यहां थाना नंबर 1 को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए निगम जमीन देगा। निर्माण पर फंड समार्ट सिटी कंपनी खर्च करेगी।
  • पानी के पुराने बिलों, पेंडिंग हाउस टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स को माफ करने का प्रस्ताव पास।
  • घर में कुत्ता रखने के लिए निगम को फीस देनी होगी। लोग कुत्ते को घरों से बाहर नहीं घुमाएंगे। ऐसा करने वालों पर जुर्माना लगेगा।
  • घरों, कामर्शियल यूनिट्स, अस्पताल, होटलों आदि से कूड़ा उठाने के दाम का प्रस्ताव भी पास।
  • फायर ब्रिगेड विभाग से हर साल एनओसी लेने के लिए कामर्शियल यूनिट्स, शिक्षण संस्थाओं को दो से तीन हजार रुपये फीस देनी होगी।
  •  सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए 100 एकड़ जमीन एक्वायर करने का प्रस्ताव मंजूर।
  • सड़कों पर मलबा, रेत, बजरी रखने वालों को 1 से 5 हजार जुर्माना लगेगा।
  • कूड़े की प्रोसेसिंग के लिए वरियाणा में वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 10 एकड़ जमीन खरीदेंगे
  • एपीजे कॉलेज और झंडियांवाला पीर चौक में ट्रैफिक लाइटें लगेंगी।
  • गुड मंडी के खोखे संचालकों के नाम करने का प्रस्ताव भी मंजूर।
  • शहर में शामिल कैंट के गांवों में 51 करोड़ से सीवरेज डालने के प्रोजेक्ट को मंजूरी
  • कैंट हलके में बरसाती सीवर को पंप से डेयरी कांप्लेक्स तक ले जाने के 67 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर।
  • आदर्श नगर स्कीम की एक सड़क, पीपीआर मॉल से अंध विद्यालय।

ये प्रस्ताव रद, लंबित और संशोधन

  • गुरु तेग बहादुर नगर से केवल विहार तक सड़क कामर्शियल करने का प्रस्ताव रद।
  • रिषी नगर में मिठापुर से पीपीआर कांप्लेक्स रोड को कामर्शियल करने का प्रस्ताव लंबित।
  • प्रस्ताव नंबर 19-20 के तहत सफाई का सामान खरीदने के लिए कमेटियां बनेंगी।
  • प्रस्ताव नंबर 66 के तहत 40 की बजाय अब 100 माली रखे जाएंगे।
  • कच्चे फिटर कुली को पक्के करने का प्रस्ताव लंबित।
  • वाटर मीटर पॉलिसी की दरों में हल्का सा बदलाव।

मीटिंग के बाद पार्षद समराय ने मेयर पर निकाली भड़ास

प्री मीटिंग में मेयर को खरी-खरी सुनाने वाले वार्ड नं 78 के पार्षद जगदीश समराय ने मीटिंग खत्म होने के बाद मेयर जगदीश राजा पर उनके ही ऑफिस में जाकर जमकर भड़ास निकाली। समराय ने कहा कि उन्हें तो बोलेने तक नहीं दिया जाता। एजेंडें में उनके काम शामिल नहीं किए गए। समराय ने कहा कि मेयर ने करीबी पार्षदों की बातें सुनीं लेकिन बाकी अपनी बारी का इंतजार करते रहे। मीडिया के सामने समराय के तीखे तेवर देखकर मेयर चुपचाप सुनते रहे।

सोने की चिडिय़ों को कूड़े का कौआ बना दिया

पार्षद नंबर 38 के पार्षद राजीव ओमकार टिक्का ने कहा कि पूरे शहर में कूड़े के हालात हैं। पहले शहर सोने की चिडिय़ा होता लेकिन कमिश्नर ने इसे कूड़े का कौआ बना दिया है। दूसरे मामले में टिक्का ने कहा कि उनके एतराज के बाद हाउस ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर निर्मलजीत वर्मा को सस्पेंड किया था लेकिन वह अब बहाल होकर उनके ही इलाके में लगा दिया है। कमिश्नर ने कहा कि वर्मा को तो सस्पेंड ही नहीं किया गया था। कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा था।

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