केएमवी में मोबाइल क्लीनिक, फ्री में हो रहा ट्रीटमेंट
पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट अपनी सेहत के प्रति सबसे ज्यादा लापरवाही बरतते हैं। कभी जंक फूड खा लिया तो कभी खाने-पीने का कोई समय नहीं। यही वजह है कि वे अकसर बीमार हो जाते हैं।
By Edited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 02:57 AM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 10:54 AM (IST)
पूजा ¨सह, जालंधर पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट अपनी सेहत के प्रति सबसे ज्यादा लापरवाही बरतते हैं। कभी जंक फूड खा लिया तो कभी खाने-पीने का कोई समय नहीं। यही वजह है कि वे अकसर बीमार हो जाते हैं। जहां स्ट्रेस मैनेजमेंट, मोटापा कम करने के लिए व चेकअप के अन्य क्लीनिक या डॉक्टर के पास फीस लगती है वहीं केएमवी स्टूडेंट्स कॉलेज में फ्री में अन्य छात्राओं को सेहत के प्रति जागरूक कर रहे हैं। होम साइंस एंड न्यूट्रिशियन विभाग की स्टूडेंट्स मोबाइल क्लीनिक चला रही हैं। इसके जरिए जो भी छात्राएं अपनी समस्या लेकर इनके पास आती हैं, वे फ्री में उनका इलाज करती हैं। केवल छात्राएं ही नहीं बल्कि टीचर्स भी अपनी समस्याएं लेकर स्टूडेंट्स के पास आते हैं। विभाग की एचओडी नीति कपूर ने बताया कि मोबाइल क्लीनिक का आइडिया टीचर्स का ही था। दरअसल इसके पीछे हमारा मकसद था कि कई बार स्टूडेंट्स अपनी डाइट का ध्यान नहीं रख पाते और ना ही किसी डायटिशियन से कंसल्ट करते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि मोटापा, हायपरटेंशन, कुपोषण आदि कई बीमारियां हो जाती है। इसके अलावा स्टूडेंट्स द्वारा बच्चों की काउंसि¨लग भी की जाती है। टीम में रेणू, एकता, दीपिका, मनदीप, अदिति, सपन, आरती, शायना, कमल, शिवानी, सविता, तान्या, अर्श, प्रियल, पवन, जसप्रीत, संदीप, रीमा, पूजा और अमन शामिल हैं। लेक्चरार प्रो. मनी ने बताया कि स्टूडेंट्स द्वारा एनएसएस कैंप के दौरान गांवों में जाकर सभी को मालन्यूट्रिशियन और कम्यूनिटी न्यूट्रिशियन के बारे में बताया जाता है। ऑडियो वीडियो की मदद से उनको सेहत के बारे में बताया जाता है। स्टूडेंटस को मिलता है एक्सपोजर : ¨प्र. अतिमा शर्मा ¨प्रसिपल प्रो. अतिमा शर्मा ने बताया कि ये बहुत ही बेहतरीन आइडिया था, जिसके जरिए छात्राएं सेहत के प्रति जागरूकता भी हो रही है और स्टूडेंट्स को एक्सपोजर भी मिल रहा है।
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