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दुकानें गिराने पर भड़के विधायक रिंकू, चेतावनी के बाद अफसरों की टीम बैरंग लाैटी Jalandhar News

नगर निगम की इस कार्रवाई का जालंधर वेस्ट के विधायक सुशील रिंकू ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इमारतें गिराना कोई हल नहीं है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 10:03 AM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 01:11 PM (IST)
दुकानें गिराने पर भड़के विधायक रिंकू, चेतावनी के बाद अफसरों की टीम बैरंग लाैटी Jalandhar News
दुकानें गिराने पर भड़के विधायक रिंकू, चेतावनी के बाद अफसरों की टीम बैरंग लाैटी Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर नगर निगम ने शुक्रवार को शहीद बाबू लाभ सिंह नगर और लद्देवाली में सात दुकानें गिराईं। सुबह साढ़े दस बजे शहीद बाबू लाभ सिंह नगर में चार दुकानें गिराने निगम टीम पहुंची तो दुकान मालिक देवेंद्र सिंह ने इसका कड़ा विरोध किया। दुकान मालिक ने निगम से समझौते की भी मांग की लेकिन अफसरों ने उनकी बात नहीं मानी और दुकानों को गिरा दिया। देवेंद्र सिंह ने हाई कोर्ट में चल रहे केस के खिलाफ भी अपील की हुई है।

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उधर, नगर निगम की इस कार्रवाई का जालंधर वेस्ट के विधायक सुशील रिंकू ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इमारतें गिराना कोई हल नहीं है। कार्रवाई से नाराज विधायक रिंकू के फोन के बाद अफसर डिच लेकर लौट गए। विधायक रिंकू ने एमटीपी परमपाल सिंह को फोन करके चेतावनी दी कि दोबारा उनके हलके में ऐसी कार्रवाई के लिए टीम ना भेजें।

रिंकू ने कहा कि अगर अफसरों ने कोर्ट में केस की सही तरीके से पैरवी की होती तो लोगों का नुकसान नहीं होता। वह इस केस में मुख्यमंत्री और स्थानीय निकाय मंत्री से मिलेंगे। इसी तरह के केस में लुधियाना निगम को हाई कोर्ट से राहत मिल गई है।

विधायक रिंकू ने कहा कि कोर्ट से राहत के बाद लुधियाना में सिर्फ सीलिंग हो रही है। जो इमारतें पॉलिसी में फिट नहीं आएंगी उन्हें गिराया जा सकता है लेकिन तब तक इंतजार जरूरी है। शहीद बाबू लाभ सिंह नगर में कार्रवाई के बाद टीम ढाई बजे लद्देवाली गई जहां पर तीन दुकानों को गिरा दिया। यह दुकाने शिवदेव सिंह की बताई जा रही हैं। निगम ने 27 फरवरी को कोर्ट में जवाब देना है। कोर्ट में 448 इमारतों की लिस्ट है। इसमें से 167 इमारतों पर कार्रवाई अगले छह महीने में अंजाम देनी है।

विधायक रिंकू पहले भी तीन बार कर चुके हैं विरोध

अवैध निर्माण गिराने पर रिंकू तीन बार पहले भी विरोध जता चुके हैं। सबसे पहले उन्होंने करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के आदेश पर शुरू हुई कार्रवाई डिच पर चढ़कर रोक दी थी। इसके बाद बस्तियों मे कार्रवाई के लिए आई ज्वाइंट कमिश्नर आशिका जैन से भी टकराव हो गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान शहनाई पैलेस के पास दुकानें सील करने पर भी रिंकू भड़क गए थे और निगम के नोटिस को फाड़कर फेंक दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई रोक दी गई थी।

जोनिंग में देरी से हो रहा नुकसान

विधायक सुशील रिंकू ने शहर में जोनिंग का प्रस्ताव दिया था। इसके तहत तंग इलाकों और नए विकसित इलाकों में कामर्शियल निर्माण करने में राहत मिल जाएगी। निगम ने हाउस में प्रस्ताव पास कर दिया है और सरकार ने मंजूरी भी दे दी है लेकिन अभी तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। रिंकू ने कहा कि अगर जोनिंग हो जाती है तो काफी लोगों को कोर्ट केस में राहत मिल जाएगी।

रिंकू से सहमत हूं, जोनिंग के लिए कमिश्नर को बुलाया : मेयर

मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि वह विधायक सुशील रिंकू की बात से सहमत हैं। किसी की इमारत को गिराया नहीं जाना चाहिए। लोगों का नुकसान नहीं होना चाहिस। मेयर ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा को बातचीत के लिए शनिवार को बुलाया है। अगर लुधियाना में जोनिंग पर काम हो सकता है तो जालंधर में भी देरी नहीं होनी चाहिए। जल्द जोनिंग का काम निपटाएंगे ताकि लोगों को राहत मिल सके। 

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