विधायक राजिंदर बेरी ने विधानसभा में उठाया ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का मुद्दा, मंत्री बोलीं-सब ठीक Jalandhar News
सेंट्रल हलके से विधायक राजिंदर बेरी ने ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का मुद्दा विधानसभा में उठाया। हालांकि राज्य की परिवहन मंत्री रजिया सुल्ताना ने सब सही होने की बात कही।
जालंधर, जेएनएन। ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर लोगों को हो रही परेशानी का मुद्दा विधानसभा में उठा। सेंट्रल हलके से विधायक राजिंदर बेरी ने यह मुद्दा उठाया। हालांकि राज्य की परिवहन मंत्री रजिया सुल्ताना ने सब कुछ ठीक होने की बात कही। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार के मंत्री जमीनी स्तर पर लोगों की परेशानियों से कितना जुड़े हुए हैं।
विधायक बेरी ने मंत्री से पूछा था कि क्या ड्राइविंग ट्रैक पर लोगों को टेस्ट देते वक्त परेशानी होती है। मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि ट्रेंड प्रार्थी को कोई समस्या नहीं होती। बेरी ने ड्राइविंग ट्रैक पर बैठने, पीने के पानी, गर्मी से बचने को शेड, एजेंटों का जाल हटाने व सुविधाओं के लिए सरकार की कोई योजना के बारे में सवाल पूछा। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि ट्रैक पर सब बंदोबस्त किए गए हैं। गर्मी से बचने के लिए शेड व कमरे बने हुए हैं। आवेदक को अब घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस की फीस व फॉर्म ऑनलाइन भरने की सहूलियत दी गई है। उन्हें एजेंट के पास जाने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा अब पंजाब में 500 से ज्यादा सेवा केंद्रों में भी लर्निंग लाइसेंस बनाने की सुविधा दी जा चुकी है। पासपोर्ट की तरह ड्राइविंग लाइसेंस व आरसी डाक के जरिये लोगों को घर पहुंचाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।
बेरी ने अप्वाइंटमेंट को लेकर भी सवाल उठाए कि लोगों को महीना लंबा इंतजार करना पड़ता है। इसके जवाब में सुल्ताना ने कहा कि जहां ट्रैक की क्षमता से ज्यादा आवेदक हैं, वहीं लोगों को इंतजार करना पड़ता है। ऐसे केस में आवेदक किसी दूसरे ट्रैक पर जाकर टेस्ट दे सकता है। रोजाना अप्वाइंटमेंट सिस्टम व ड्राइविंग टेस्ट की गिनती बढ़ाने के बारे में मंत्री ने एनआईसी से विचार करने का भरोसा दिया।
हकीकत यह है मंत्री जी
चंडीगढ़ में बैठे मंत्री रजिया सुल्ताना को भले ही सब ठीक लगता हो, लेकिन हकीकत यह है कि यहां पक्के ड्राइविंग टेस्ट के लिए लोगों को तकरीबन दो महीने बाद की अप्वाइंटमेंट मिल रही है। बुधवार को अप्वाइंटमेंट दो मई तक की ही खुल रही है और वह भी फुल है। वहीं, ट्रैक पर शेड तो अब लगा दिया गया है, लेकिन जहां पर पक्के डीएल के टेस्ट के लिए कागजात चेक कराने के लिए को लोगों की लाइन लगती है, वहां तिरपाल डालकर काम चलाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि ट्रेंड आवेदकों को टेस्ट में कोई परेशानी नहीं, लेकिन उन्हें घंटों इंतजार करने को मजबूर होना पड़ता है। यहां दोपहिया वाहन व कार के टेस्ट के लिए अलग-अलग ट्रैक बने हुए हैं लेकिन एक समय में एक ही तरह के वाहन का टेस्ट किया जाता है।
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