नाबालिग ने भाई के साथ दोस्त के पिता से मांगी दस लाख रुपये फिरौती, यूं दबोचा गया
नाबालिग अारोपित ने अपने बड़े भाई अमनदीप से कहा था कि उसके दोस्त का पिता सुनार है। वह चाहे तो उसे डरा धमका कर लाखों रुपये वसूल सकते हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। ज्वेलर के बेटे का अपरहरण कर उसे जान से मारने की धमकी देकर दस लाख रुपये की फिरौती की मांगने वाले नाबालिग युवक समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नाबालिग युवक सुनार के बेटे का करीबी दोस्त था। उसने ही अपने बड़े भाई से कहा था कि अगर वह उसके दोस्त के पिता को धमकाए तो लाखों रुपये वसूले जा सकते हैं। अारोपितों की पहचान न्यू गुरदेव नगर निवासी अमनदीप सिंह उर्फ मनी (22), उसका नाबालिग भाई, प्रताप नगर निवासी दीपक कुमार उर्फ नन्नू (23) अौर अमृतसर के फतेह सिंह नगर निवासी जोध सिंह उर्फ नौवी (32) के रूप में हुई है। पुलिस ने उनसे 50 हजार रुपये की फिरौती की रकम, वारदात में इस्तेमाल बाइक, एक दातर, एक खिलौना पिस्टल, दो माबाइल फोन अौर चोरी की एक्टिवा बरामद की है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि सर्राफा बाजार के सुनार ने उन्हें शिकायत दी थी कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन कर उनके बच्चे का अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी और दस लाख रुपये की फिरौती मांगी। अारोपितों ने उन्हें डराने के लिए उनकी एक्टिवा भी चुरा ली थी। वह डर गए थे, जिस कारण उन्होंने अारोपितों को उनके बताए ठिकाने पर काले रंग के बैग में 50 हजार रुपये फिरौती के तौर सौंप दिए थे।
सीपी भुल्लर ने बताया कि मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ थाना दो में केस दर्ज कर जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने उक्त चारों अारोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में सामने अाया कि नाबालिग अारोपित शिकायकर्ता सुनार के 14 वर्षीय बेटा का दोस्त था। नाबालिग अारोपित ने अपने बड़े भाई अमनदीप से कहा था कि उसके दोस्त का पिता सुनार है। वह चाहे तो उसे डरा धमका कर लाखों रुपये वसूल सकते हैं। इस पर गेट फिटिंग का काम करने वाले अमनदीप ने अपने साथी दीपक के साथ मिलकर सुनार को उसके बेटे का अपहरण कर जान से मारने की धमकी देकर दस लाख रुपये फिरौती वसूलने का प्लान बनाया।
सीपी भुल्लर ने बताया कि शिकायतकर्ता ने पहले तो फोन पर अाई धमकी को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन उसके घर के बाहर से जब एक्टिवा चोरी हुई तो वह डर गया। अारोपितों ने शिकायतकर्ता को फोन कर कहा कि अगर वह उसके घर के बाहर से उसकी एक्टिवा उठा सकते हैं तो उसके बेटे का अपहरण भी कर सकते हैं। इस पर शिकायतकर्ता दस लाख से पैसे कम करवा छह लाख रुपये की फिरौती अारोपितों को देने के लिए मान गया।
काले बैग में पचास हजार रुपये डाल सरब मल्टीप्लेक्स फ्लाईओवर के नीचे रखे
अारोपितों के कहे अनुसार ज्वेलर ने काले बैग में नकदी डाल सरब मल्टीपलेक्स नजदीक जीटी रोड फ्लाईअोवर के नीचे रख दी। उसने बैग में 50 हजार रुपये ही रखे थे। सीपी भुल्लर ने बताया कि मामले की जांच में पहला शक शिकायकर्ता के परिवार को करीब से जानने वाले लोगों पर गया। इसके बाद पुलिस ने उसके बेटे के फ्रेंड सर्किल की जांच कर पूछताछ शुरू की तो मामला साफ हो गया। अारोपितों ने शिकायतकर्ता की एक्टिवा चुरा अारोपित जोध सिंह को बेच दी थी, जो मौजूदा समय में लुधियाना में रह रहा था। सीपी भुल्लर ने कहा कि थाना-2, सीअाईए स्टाफ-1 अौर स्पैशल अाप्रेशन यूनिट की टीमों की जांच के नतीजे में अारोपित अमनदीप, उसके नाबालिग भाई अौर अारोपित दीपक को दाना मंडी से गिरफ्तार किया। वहीं, अारोपित अमनदीप के मामा अारोपित जोध सिंह को लुधियाना में जालंधर बाइपास से गिरफ्तार किया गया।