मेटल वेस्ट से कलाकृतियां बना रहे बासु, एपीजे व केएमवी भी जुड़े
नगर निगम की मेरा कूड़ा मेरी जिम्मेदारी मुहिम के तहत रबड़ और मेटल वेस्ट को इस्तेमाल करने पर फोकस किया गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम की 'मेरा कूड़ा मेरी जिम्मेदारी' मुहिम के तहत रबड़ और मेटल वेस्ट को इस्तेमाल करने पर फोकस किया गया है। शहर के जाने-माने मूर्तिकार बासु ने भी वेस्ट मेटल से कला कृतियां बनाने का अनुभव साझा किया। वह अब तक कई कलाकृतियां बना चुके हैं। एपीजे कॉलेज और केएमवी में वेस्ट मेटल और रबड़ से कई कलाकृतियां बनाई गई हैं। एपीजी कॉलेज में इससे जुड़ी प्रदर्शनी भी लग चुकी है।
जालंधर में मेटल वेस्ट के प्रबंधन पर फोकस करने की जरूरत : शायरी
ज्वाइंट कमिश्नर शायरी मल्होत्रा ने कहा है कि जालंधर इंडस्ट्रियल हब है और यहां पर मेटल वेस्ट मटीरियल के प्रबंधन पर फोकस करने की जरूरत है। इसमें इंडस्ट्री का सहयोग बहुत जरूरी है। इंडस्ट्री से निकलने वाले वेस्ट को रिसाइकिल करने पर फोकस करना चाहिए ताकि वेस्ट मटीरियल से ऐसे उत्पाद तैयार किए जा सके जो कि लोगों के काम के हों और सस्ते दाम पर मिलें।
वेस्ट डंप करने की बजाय जरूरतमंदों को दें: शांत गुप्ता
उद्योगपति शांत कुमार गुप्ता ने भी इंडस्ट्रीयल वेस्ट को दोबारा इस्तेमाल करने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि उद्योगपति भी इस पर फोकस करें कि इंडस्ट्री के वेस्ट को कहीं पर डंप करने की बजाय यह उन लोगों तक उन लोगों को दे दें जो इसका रियूज करें। वेस्ट मटेरियल को अगर दोबारा इस्तेमाल कर लें तो इससे पर्यावरण संरक्षण होगा। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में इस बात पर भी रिसर्च चलती रहनी चाहिए कि किसी भी प्रोडक्ट को बनाते समय कम से कम वेस्ट निकले।
कूड़ा प्रबंधन करने वालों को सामने लाएगा निगम
ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह और इनायत गुप्ता ने निगम की सभी ब्रांचों के सुपरिटेंडेंट से कहा है कि वह शहर में उन लोगों से संपर्क करें जो कूड़ा प्रबंधन में कुछ खास कर रहे हैं। ऐसे लोगों की वीडियो बनाकर नगर निगम के फेसबुक पेज पर अपलोड किया जाए, ताकि यह अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचें। इससे दूसरे लोगों को प्रेरणा मिलेगी और वह कुछ न कुछ बेहतर कर पाएंगे।