स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए बर्ल्टन पार्क में बनेगा एग्जीबिशन सेंटर
सूबे के खेल मंत्री राणा सोढी ने की घोषणा, आरएंडी सेंटर भी स्थापित किए जाने की हो रही तैयारी।
जालंधर : खेल एवं युवा मामलों के मंत्री राणा गुरमीत ¨सह सोढी ने कहा कि शहर के बर्ल्टन पार्क को स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के एग्जीबिशन सेंटर के तौर पर विकसित किया जाएगा, ताकि विश्व विख्यात जालंधर की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर सके। सोढी शनिवार शाम होटल रेडिसन में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स सिटी के उद्यमियों की मांग के मद्देनजर पंजाब सरकार ने यह अहम फैसला लिया है। खेल सामग्री बनाने वाली इकाइयां इस एग्जीबिशन सेंटर में अपने शोरुम भी स्थापित कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि एग्जीबिशन सेंटर के अलावा स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए एक रिसर्च एंड डवलपमेंट (आरएंडडी) सेंटर भी स्थापित करने का खाका तैयार किया जा रहा है। सोढी ने कहा कि वे इंडस्ट्री के वैट रिफंड व सी फार्म की समस्या को हल करवाने के लिए पूरा सहयोग देने को तैयार हैं और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल से भी इस मसले पर गंभीरता से विमर्श करेंगे। बादल सरकार ने खेल सामान फ्री बांटा, भुगतान नहीं मिला
इंडस्ट्री की समस्याएं गिनाते हुए कारोबारी र¨वदर खुराना ने कहा कि प्रदेश की पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने लोगों को फ्री बांटने के लिए जालंधर की खेल इंडस्ट्री से खेल सामग्री तैयार करवाई थी, जिसका भुगतान अभी तक भी उत्पादकों को नहीं मिला है। वैट रिफंड पर मिले ब्याज
र¨वदर खुराना ने कहा कि जिस तरह से आयकर विभाग अपने रिफंड में ब्याज भी प्रदान करता है, उसी तरह से इंडस्ट्री को भी वैट रिफंड के ऊपर ब्याज देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि वैट रिफंड देते समय असेसमेंट और सी फार्म की शर्त को खत्म किया जाए, क्योंकि अन्य राज्यों से होने वाले व्यापार में सी फॉर्म उपलब्ध नहीं हो पा रहा। विभिन्न एसोसिएशनों ने ज्ञापन देकर बताई समस्याएं
स्पोर्ट्स एंड टॉयज एसोसिएशन, स्पोर्ट्स फोरम व एसोसिएशन ऑफ इंडियन स्पोर्ट्स गुड्स इंडस्ट्रीज की तरफ से राज्य के खेल मंत्री राणा गुरमीत ¨सह सोढ़ी के समक्ष इंडस्ट्री को पेश आ रही समस्याओं के संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा गया। खेल मंत्री से कहा गया कि स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को पाकिस्तान एवं चीन से भारी प्रतिस्पर्धा मिल रही है। पाकिस्तान में सस्ती लेबर एवं यूएस डॉलर के मुकाबले कमजोर पाकिस्तानी रुपया वहां की इंडस्ट्री के लिए बेहतर साबित हो रहा है। पाकिस्तान से तकरीबन 308 मिलियन यूएस डॉलर का एक्सपोर्ट हो रहा है और चीन से लगभग 9.2 बिलियन का एक्सपोर्ट चल रहा है। चीन एवं पाकिस्तान अपनी इंडस्ट्री को विशेष पैकेज एवं इंसेंटिव भी प्रदान कर रहे हैं। बताया गया कि इस समय 1250 रजिस्टर्ड एवं 2000 अनरजिस्टर्ड बड़ी मध्यम एवं लघु स्पोर्ट्स गुड्स इकाइयां कार्यरत हैं, जिनमें परोक्ष व अपरोक्ष रूप से 4 से 5 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त है।