अस्पताल के शौचालय से मिला MBBS डॉक्टर का शव, पिता बोले- नशे ने छीन लिया बेटा
नशे के जाल में फंसे एक MBBS डॉक्टर का शव जोशी अस्पताल के बाथरूम से मिला है। पिता ने बेटे की मौत का कारण नशा बताया है।
जालंधर, जेएनएन। नशे के जाल में फंसे एक MBBS डॉक्टर का शव जोशी अस्पताल के बाथरूम से मिला है। पिता ने बेटे की मौत का कारण नशा बताया है। मृतक की पहचान 120 फुटी रोड पर स्थित शास्त्री नगर के रहने वाले 40 साल के ललित कुमार के रूप में हुई है। वह जोशी अस्पताल का पूर्व कर्मी थे और इन दिनों सर्वोदय अस्पताल में मेडिकल अफसर (एमओ) के रूप में काम कर रहे थे।
डॉ. ललित नौकरी छोडऩे के बाद भी जोशी अस्पताल में ही अपनी बाइक पार्क करते थे और शुक्रवार रात को वह बाइक लेने के लिए वहां पहुंचे थे। बाइक ले जाने से पहले वह अस्पताल के बाथरूम गए थे। इसी बीच देर रात को जब अस्पताल कर्मी बाथरूम गया तो उसने वहां उनका शव देखा।
दो बच्चों के पिता की पत्नी की पहले हो चुकी मौत
थाना दो के एसएचओ ने बताया कि मृतक के पिता के मुताबिक वह पिछले काफी समय से नशे का सेवन कर रहा था। वह उसे बहुत समझाते थे, लेकिन बेटे ने नशा छोड़ा नहीं। उनके मुताबिक उनकी बेटे के मौत का कारण नशा ही है, जिसने उनका घर तबाह कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी बहू की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। अब उक्त हादसा हो गया। बेटे ने नशे के हाथ नहीं लगाया होता या उनके कहने पर नशा छोड़ दिया होता तो आज उन्हें यह दिन देखने के नहीं मिलता। ललित कुमार की मौत के बाद उसके पीछे बुजुर्ग माता-पिता और दो छोटे बच्चे रह गए हैं।
पिता बोले-बेटा ही चला गया अब क्या पुलिस कार्रवाई...
थाना दो के एसएचओ कमलजीत ने बताया कि मृतक के पिता सौदागर मल्ल ने उन्हें कहा कि उनका बेटा ही चला गया, अब क्या पुलिस कार्रवाई करवानी। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं करवाना। इस पर पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई है।
इंजेक्शन व सीरिंज नहीं मिली मौके से...
एसीपी सेंट्रल हरसिमरत सिंह ने कहा मृतक के पिता ने कहा कि वह नशा करता था, जबकि मौके से इंजेक्शन की शीशी और सीरिंज या अन्य नशा सेवन की कोई चीज नहीं बरामद हुई, जिस कारण यह नहीं कहा जा सकता कि मृतक ने उस रात बाथरूम में ही नशा किया हो। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रही है, जिससे यह साफ हो पाएगा कि मृतक ने नशा किया था या नहीं और किया था तो कौन सा। एसीपी ने बताया कि इसके साथ ही मृतक के शरीर में किसी तरह का कोई चोट का निशान नहीं मिला है।
डॉ. ललित ने एक माह पहले ही यहां एमओ के रूप में ज्वाइन किया था। वह अपना पूरा समय अस्पताल के देते थे। उन्होंने कभी किसी तरह की भी कोई शिकायत का मौका नहीं दिया। हालांकि दो दिन से किसी निजी कारण से वह छुट्टी पर चल रहे थे।-सर्वोदय अस्पताल प्रशासन