जालंधर के निक्कू पार्क की हालत में सुधार की उम्मीद जगी, मेयर जगदीश राजा ने बुलाई अधिकारियों की बैठक
जालंधर के निक्कू पार्क की खस्ता हालत को लेकर दैनिक जागरण में खबरें छपने के बाद कई संस्थाओं ने प्रशासन को ज्ञापन दिया। जिसमें पार्क की हालत में सुधार की मांग रख गई। इसके बाद मेयर जगदीश राजा ने हरकत में आते हुए 28 दिसंबर को बैठक बुलाई है।
जालंधर, जेएनएन। पिछले लंबे समय से बदहाल चल रही निक्कू पार्क की हालत में सुधार को लेकर उम्मीद जगी है। दैनिक जागरण में निक्कू पार्क की खस्ता हालत को लेकर खबरें छपने के बाद कई संस्थाओं ने प्रशासन को ज्ञापन दिया और पार्क की हालत में सुधार की मांग रखी। इसे देखते हुए मेयर जगदीश राजा ने 28 दिसंबर को इस प्रोजेक्ट से संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में निक्कू पार्क को लेकर महत्वपूर्ण फैसले पर सहमति बन सकती है।
उधर, मेयर की इस घोषणा के बाद समय सभी संस्थाओं में भी भारी उत्साह है। उनका मानना है कि शहर की पाश कालोनी में बने इस पार्क के सुधार को लेकर मेयर द्वारा अहम घोषणा की जानी चाहिए। लोगों का कहना है कि निक्कू पार्क की देखभाल कर रही निजी सोसायटी से यह अधिकार वापस लेकर ही गलत हुआ था। पार्क में एक बार झूला टूट जाने के बाद उसे ढंग से रिपेयर नहीं किया जा रहा। इसी तरह किसी समय सबसे सुंदर पार्क के लिए जाने जाते निक्कू पार्क में अब गंदगी फैलनी भी शुरू हो गई है। इसे लेकर शहरवासियों के अलावा स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी आवाज बुलंद की गई थी।
पार्क की हालत में सुधार के लिए प्रशासन उठाए कदम श्री गुरु रविदास संघर्ष कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष रोबिन सांपला बताते हैं कि शहर की पाश कालोनी में बने इस पार्क में व्यापक स्तर पर सुधार की जरूरत है। किसी समय शहर ही नहीं जिले भर में सस्ते मनोरंजन तथा खूबसूरती के लिए जाने जाते रहे निक्कू पार्क में अब पहले जैसी स्थिति नहीं रही है। इसके लिए प्रशासन को दोबारा सोसायटी को ही इसकी जिम्मेदारी दे देनी चाहिए।
इसी तरह भाजपा नेता ओम प्रकाश सप्पल कहते हैं कि जिला प्रशासन को समय रहते ही इस तरफ ध्यान देना चाहिए था। पहले वाली सोसायटी ने बेहतर काम किया था। यही कारण था कि लोगों को निक्कू पार्क को लेकर कभी भी शिकायत नहीं रही। प्रशासन को भी पार्क की देखभाल बेहतर ढंग से करनी चाहिए। इसी तरह जब्बार खान ने कहा कि निक्कू पार्क के साथ शहरवासियों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। लोग यहां पर परिवार सहित आते रहे हैं, लेकिन अब यहां पर व्यापक स्तर पर सुधार किए जाने की जरूरत है।