पिता ने फॉर्च्यूनर गाड़ी चलाने नहीं दी तो रची लूट की साजिश, मास्टरमाइंड दो साथियों के साथ गिरफ्तार
एसीपी क्राइम गुरमेल ¨सह और सीआइए प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि युद्धवीर और उसके साथियों ने खिलौना पिस्तौल से ही वारदात को अंजाम दिया था।
संस, जालंधर : होटल डॉल्फिन के मालिक और वरियाणा गांव के सरपंच जस¨वदर ¨सह वरियाणा की पत्नी त्रिलोचन कौर को गन प्वाइंट पर लेकर फॉर्च्यूनर गाड़ी लूटने वाले मास्टरमाइंड न्यू प्रताप नगर, अमृतसर निवासी युद्धवीर ¨सह और उसके दो साथी हरिके निवासी करणवीर ¨सह और न्यू प्रताप नगर अमृतसर निवासी अमरीक ¨सह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के दो साथी हैप्पी और गोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं और छठा साथी फरीदकोट निवासी किशनजीत ¨सह उर्फ जग्गा फरार है। एसीपी क्राइम गुरमेल ¨सह और सीआइए प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि युद्धवीर और उसके साथियों ने खिलौना पिस्तौल से ही वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने खिलौना पिस्तौल भी बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि तीनों के खिलाफ पहले भी अलग अलग धाराओं में केस दर्ज हैं।
तीनों आरोपित सोमवार को जालंधर के बल्टर्न पार्क के पास किसी से मिलने आए थे। गुप्त सूचना के आधार पर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसीपी गुरमेल ¨सह ने बताया कि युद्धवीर के पिता टहल ¨सह डेयरी फार्म के मालिक हैं। उनके पास फॉर्च्यूनर गाड़ी थी। युद्धवीर जब भी उनसे गाड़ी चलाने के लिए मांगता तो वो नहीं देते थे। ऐसे में उसने फॉर्च्यूनर गाड़ी लूटने का प्लान बना डाला। इस प्लान में उसने सबसे पहले करणवीर को मिलाया। इसके बाद अमरीक ¨सह, गोपी, हैप्पी और जग्गा को साथ मिला लिया। खिलौना पिस्तौल का इंतजाम भी युद्धवीर ने ही किया था। सभी ने वारदात के एक दिन पहले शराब पी और फिर फॉर्च्यूनर की तलाश में निकल पड़े। मोगा पहुंचे, वहां बात नहीं बनी। मोगा के रास्ते होते हुए जालंधर तक पहुंच गए लेकिन फॉर्च्यूनर नहीं मिली। जालंधर एचएमवी कॉलेज के पास उनको फॉर्च्यूनर दिखी तो पीछा कर सब्जी मंडी के पास उसे लूट लिया। एसीपी गुरमेल ¨सह ने बताया कि छठे आरोपित जग्गा तक भी पुलिस पहुंच गई है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि पुरानी सब्जी मंडी के पास स्थित होटल डॉल्फिन के मालिक जस¨वदर ¨सह वरियाणा की पत्नी त्रिलोचन कौर और उसकी बड़ी बहन जो¨गदर कौर को नकाबपोश लुटेरों ने गन प्वाइंट पर लेकर उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी लूट ले गए। एक जून को उनका दरबार साहिब अमृतसर जाने का कार्यक्रम बना। सुबह करीब 5:00 बजे वह वरियाणा से निकले थे। गाड़ी को राजकुमार राजू चला रहा था। पिता की गाड़ी का नंबर लगा कर चलानी थी गाड़ी
युद्धवीर का प्लान था कि गाड़ी लूट कर अपने शहर में चलाएंगे। मामले की जांच कर रहे आईओ एएसआइ मोहन ¨सह ने बताया कि युद्धवीर ¨सह ने गाड़ी लूटने के बाद अपने पिता की फॉर्च्यूनर गाड़ी का नंबर लगी प्लेट ही उस पर लगानी थी। ऐसे में लोगों को लगता कि वह अपने पिता की फॉर्च्यूनर गाड़ी चला रहा है। उसने सोचा था कि वह अपनी गाड़ी अपने किसी साथी के घर पर रखेगा। जिसके भी घर पर होगी वह उसे चला सकता है। गाड़ी लूटने के बाद वह अमृतसर की तरफ जा रहे थे कि रास्ते में ही उनको पता चल गया था कि पुलिस ने उनको पकड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। ऐसे में उन्होंने गाड़ी तरनतारन में ही छोड़ दी और वहां से फरार हो गए। हवलदार पिता लखवीर ¨सह हेरोइन के साथ हुए थे गिरफ्तार
युद्धवीर का साथी करणवीर ¨सह भी आपराधिक प्रवृति वाला है। उसके पिता लखवीर ¨सह हवलदार थे, लेकिन 2017 में हेरोइन के साथ पकड़े जाने पर उन पर केस दर्ज किया गया था। इस समय वो जेल मे हैं। पिता के साथ ही करणवीर भी था, जिसके पास से पिस्तौल मिली थी और तरनतारन में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज है। इसी मामले में वो जमानत पर चल रहा था। वहीं फरार चल रहे जग्गा का पिता भी पुलिस मुलाजिम है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए गोपी का भाई भी पुलिस मुलाजिम है।