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आढ़ती बनने की चाहत में साबी ने पम्मा संग बनाई थी मुनीम को लूटने की योजना

मकसूदां सब्जी मंडी में हुई करीब सवा दो लाख की लूट का मास्टरमाइंड मंडी में ही पांच साल से सब्जी बेचने वाला ज्वाला नगर निवासी राहुल कत्याल उर्फ साबी ही निकला।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 01:09 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 01:09 PM (IST)
आढ़ती बनने की चाहत में साबी ने पम्मा संग बनाई थी मुनीम को लूटने की योजना
आढ़ती बनने की चाहत में साबी ने पम्मा संग बनाई थी मुनीम को लूटने की योजना

संवाद सहयोगी, जालंधर : मकसूदां सब्जी मंडी में हुई करीब सवा दो लाख की लूट का मास्टरमाइंड मंडी में ही पांच साल से सब्जी बेचने वाला ज्वाला नगर निवासी राहुल कत्याल उर्फ साबी ही निकला। पुलिस ने साबी और योजना में शामिल बेगोवाल निवासी पल¨वदर ¨सह उर्फ लाडी, मंगत राम उर्फ बंटी और ज्वाला नगर निवासी परमजीत ¨सह उर्फ पम्मा को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि पुलिस ने साबी को तीन दिन पहले पटेल चौक से गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर बाकियों को गिरफ्तार किया गया। तीन आरोपितों की गिरफ्तारी का दैनिक जागरण ने तीन दिन पहले ही खुलासा कर दिया था। पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस पूरे मामले का खुलासा किया।

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एडीसीपी पीएस भंडाल ने बताया कि साबी पिछले पांच साल से मंडी में आढ़तियों से सब्जी लेकर आगे बेचने का काम करता था। आढ़तियों के साथ उसके अच्छे संबंध थे और उसे मालूम था कि कौन सा आढ़ती किस वक्त पैसे की उगाही लेकर आता है। वह खुद आढ़ती बनना चाहता था। इसलिए उसने मुनीम बलदेव राज को लूटने की योजना बनाई। इस योजना में उसने पम्मा को शामिल किया। पम्मा की लाडी और बंटी से जान-पहचान थी, जो आपराधिक पृष्ठभूमि के थे। उन्होंने लाडी व बंटी को भी योजना में शामिल कर लिया। वारदात से तीन दिन पहले मुनीम बलदेव राज की रेकी की गई कि वह कहां से पैसे लेकर किस रास्ते से आता था। 10 सितंबर को पम्मा, बंटी व लाडी एक बाइक पर सवार होकर आए और मुनीम से पैसे छीन लिए। स्पेशल ऑपरेशन सेल के प्रभारी नवदीप ¨सह और थाना 1 के प्रभारी कुलवंत ¨सह के प्रयास से सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल दो बाइक के साथ एक लाख 55 हजार रुपये कैश बरामद कर लिया है। वरियाणा में हुआ था पैसों का बंटवारा

जब स्कूटी सवार मुनीम बलदेव राज से पैसे छीन तो वह स्कूटी से नीचे गिर गया था। लाडी, बंटी और पम्मा के भागने के बाद पास की दुकान पर बैठा राहुल कत्याल वहां आया और बलदेव को संभालने का ढोंग करने लगा। थोड़ी शांति होने पर राहुल अपनी बाइक पर वरियाणा की ओर निकल गया, जहां पर पहले से ही तीनों साथी मौजूद थे। सभी ने वहां पर पैसे आपस में बांट लिए। उन्होंने पुलिस को बताया कि बैग में 1 लाख 70 हजार रुपये थे। 40-40 हजार रुपये चारों ने बांट लिए और 10 हजार रुपये सांझे खाते में रख कर लिए जिससे सभी ने नशा खरीदना था। हालांकि जब लूट हुई थी तो बलदेव राज ने 2 लाख 13 हजार रुपये होने की बात कही थी। एडीसीपी पर¨मदर ¨सह भंडाल का कहना था कि इस बारे में मुनीम से दोबारा पूछताछ की जाएगी।


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