प्रॉपर्टी के लिए प्रेमिका और उसकी बेटी का कर दिया कत्ल, विवाहिता का पिता भी शामिल था वारदात में
आरोपित ने कबूल किया कि करीब चार साल से निर्मल कौर के साथ उसके प्रेम संबंध थे। जब यह मालूम पड़ा कि निर्मल कौर के पास जायदाद बहुत है तो उसकी नीयत खराब हो गई।
होशियारपुर, जेएनएन। विवाहिता को प्रेमजाल में फंसाने वाला युवक ही उसका कातिल निकला। जायदाद के चक्कर में प्रेमी ने पहले प्रेमिका को बातों में फंसाकर उसकी मासूम बेटी को भी मौत की नींद सुला दिया। फिर, कुछ दिनों के बाद प्रेमिका को भी मौत के घाट उतार दिया। उसने गुनाह पर पर्दा डालने के लिए घटना को आत्महत्या करार देने की कोशिश की गई, मगर थाना सदर पुलिस की तफ्तीश ने डबल मर्डर से पर्दा उठा दिया है।
किला बरुण में निर्मल कौर (32) की 12 जून को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने निर्मल कौर के पिता कर्मजीत के बयान पर 174 के तहत कार्रवाई की थी। उसने कहा था कि निर्मल की पांच साल की बेटी गुरलीन कौर की 5 जून को मौत हो गई थी। गुरलीन की मौत से निर्मल परेशान थी और इसी कारण उसने आत्महत्या कर ली। इसके बाद सदर पुलिस ने भी फाइल को बंद कर दिया था। मामले में उस समय नया मोड़ आया, जब कतर में रहते निर्मल कौर के पति अमनदीप सिंह ने पुलिस को बताया कि पत्नी ने उससे कहा था कि बेटी गुरलीन उल्टी दस्त से परेशान थी। उसका आइवीवाइ अस्पताल में उपचार करवाया और फिर डीएमसी में उसकी मौत हो गई। इस घटना के एक सप्ताह बाद ही निर्मल कौर की भी मौत हो गई थी।
इसके बाद अमनदीप ने आइवीवाइ अस्पताल से गुरलीन की बीमारी के बारे में मालूम किया तो जवाब मिला कि गुरलीन तो यहां पर एडमिट ही नहीं थी। फिर, डीएमसी से भी यही जवाब मिला। इस पर अमनदीप का शक यकीन में बदला गया कि दोनों की हत्या की गई है।
इसके बाद थाना सदर के प्रभारी सतविंदर सिंह दारा के नेतृत्व में पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ाना शुरू किया तो परत-दर-परत खुलनी शुरू हो गई। इसी बीच मालूम पड़ा कि निर्मल कौर के बुल्लोवाल के गांव भुलाना के रहने वाले हरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी से प्रेम संबंध थे। इसकी जानकारी निर्मल के पिता कर्मजीत सिंह निवासी बस्सी अलादीन होशियारपुर को भी थी। हरकत में आई पुलिस ने गोल्डी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, तो वह ज्यादा देर तक अपने गुनाहों को छिपा न सका।
चार साल से थे दोनों में प्रेम संबंध
आरोपित ने कबूल किया कि करीब चार साल से निर्मल कौर के साथ उसके प्रेम संबंध थे। जब यह मालूम पड़ा कि निर्मल कौर के पास जायदाद बहुत है तो उसकी नीयत खराब हो गई। उसने निर्मल को शादी करने का झांसा देना शुरू कर दिया। उस दौरान निर्मल अपने शालीमार नगर स्थित कोठी रह रही थी। जायदाद बेचने के लिए निर्मल कौर को उसने उकसाना शुरू कर दिया। इस सारे खेल में गोल्डी ने अपनी मौसी सर्वजीत कौर और मौसा सुरजीत सिंह निवासी भोगपुर जालंधर को भी मिलाया।
मृतका का पिता भी शामिल था वारदात में
उधर, जांच में यह बात भी सामने आई कि इस पूरे प्रकरण में निर्मल कौर का पिता कर्मजीत सिंह भी शामिल था। गोल्डी ने योजनाबद्ध तरीके से निर्मल कौर की शालीमार नगर की कोठी अपने मौसा को बिकवा दी। निर्मल कौर के दबाव बनाने पर अमनदीप ने एक कोठी किला वरुण में खरीद कर दी। अब रास्ते में रोड़ा निर्मल कौर की बेटी गुरलीन कौर थी। इसीलिए योजनाबद्ध तरीके से निर्मल कौर उसको लेकर अपने मायके बस्सी अलादीन गई थी। पांच जून को गोल्डी और निर्मल कौर और उसके पिता कर्मजीत ने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद निर्मल कौर किला बरुण आकर रहने लगी।
अब गोल्डी निर्मल कौर से किला बरुण की कोठी बेचने का दवाब बनाने लगा, जिस पर उसने असहमति जताई थी। इसी गुस्से में आकर गोल्डी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी और बाद में पंखे से लटकाकर उसे आत्महत्या करार दे दिया था।
सभी आरोपित रिमांड पर
जांच के बाद पुलिस ने निर्मल कौर के प्रेमी हरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी, निर्मल कौर के पिता कर्मजीत सिंह, गोल्डी के मौसा सुरजीत सिंह, मौसी सुरजीत कौर व मौसी की बेटी किरणदीप कौर को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश करके रिमांड लिया गया है। थाना सदर के प्रभारी सतविंदर सिंह ने कहा कि गुरलीन और उसकी मां निर्मल कौर का कत्ल हुआ है, यह तो साफ हो गया है। फिर भी सारे मामले की तफ्तीश की जा रही है।