महाकुंभ में रस्में पूरी, महंत केशवदास को मिली महामंडलेश्वर की उपाधि
सतगुरु बावा लाल दयाल आश्रम दिलबाग नगर बस्ती गुजां के उत्तराधिकारी महंत केशव दास को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सतगुरु बावा लाल दयाल आश्रम दिलबाग नगर बस्ती गुजां के उत्तराधिकारी महंत केशव दास को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई। हरिद्वार में 12 वर्ष बाद हुए महाकुंभ के दौरान देशभर से पहुंचे संत महापुरुषों की उपस्थिति में उन्हें उक्त पद से सुशोभित किया गया। आश्रम की तरफ से हरिद्वार के कनखल में बनाए गए बैरागी कैंप में अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा ने उपाधि देने को लेकर तमाम रस्में पूरी की। इस दौरान आश्रम के गद्दीनशीन महामंडलेश्वर 1008 महंत गंगा दास ने महंत केशव दास को महामंडलेश्वर बनने के बाद ज्ञान दिया। महामंडलेश्वर की उपाधि देने से पहले संतों का पट्टा अभिषेक किया जाता है। इसमें संत समाज के सदस्य महामंडलेश्वर की उपाधि के नियम पूरे करते है। इसके उपरांत महंत केशव दास को तिलक लगाकर, पगड़ी पहनाकर तथा फूल मालाएं भेंट करने के उपरांत मंत्रोच्चारण के साथ महामंडलेश्वर की उपाधि देने की रस्में पूरी की गई। महामंडलेश्वर 1008 महंत गंगा दास महाराज ने शुभ आशीर्वाद के साथ महंत केशव दास को महामंडलेश्वर की उपाधि के बारे में विस्तार के साथ जानकारी दी। 8 अप्रैल से लगाया गया है पंडाल
महाकुंभ को लेकर कनखल में सतगुरु बाबा लाल दयाल आश्रम की तरफ से 8 अप्रैल से विशाल पंडाल सजाया गया है। इसमें महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को तमाम तरह की सुविधाएं दी जा रही है। बैरागी कैंप में पहुंचे उद्योगपति नंदकिशोर जैन ने कहा कि महंत केशवदास को महामंडलेश्वर की उपाधि मिलने से शहरवासियों में भारी उत्साह है। महंत गंगा दास ने बताया कि शिविर में 13 अप्रैल से रोजाना श्री राम कथा, भागवत कथा, श्रीराम महायज्ञ, श्री राम चरित्र मानस पाठ तथा मां दुर्गा स्तुति के पाठ का उच्चारण किया जा रहा है। यह दौर 28 अप्रैल तक निरंतर जारी रहेगा।