अमृतसर में शहीद मदन लाल ढींगरा को किया याद, बच्चों ने गाए देशभक्ति के गीत
शहीद मदनलाल ढींगरा स्मारक समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ज्वाइंट कमिश्नर राज बचन सिंह निगम कमिश्नर मालविंदर सिंह जग्गी व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रोफेसर लक्ष्मीकांता चावला शामिल हुए। मदन लाल ढींगरा ने 17 अगस्त 1909 को लंदन में फांसी हुई थी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। अमृतसर में शहीद मदन लाल ढींगरा का बलिदान दिवस मंगलवार को टाउन हॉल स्थित उनकी प्रतिमा के सामने मनाया गया। शहीद मदनलाल ढींगरा स्मारक समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ज्वाइंट कमिश्नर राज बचन सिंह, निगम कमिश्नर मालविंदर सिंह जग्गी व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रोफेसर लक्ष्मीकांता चावला शामिल हुए। मदन लाल ढींगरा ने 17 अगस्त 1909 को लंदन में फांसी हुई थी। उन्होंने लंदन में भारतीय छात्रों का अपमान करने वाले क्रूर शासक कर्जन वायली को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। प्रो. चावला ने कहा कि पंजाब सरकार ने शहीद मदन लाल ढींगरा की स्मृति में स्मारक बनाने की मंजूरी दी है। यह स्मारक जल्दी अमृतसर में तैयार होगा। इसके लिए वह पंजाब सरकार की धन्यवादी है। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत किया।
इंग्लैंड में कर्नल वायली को उतारा था मौत के घाट
बता दें कि ढींगरा का जन्म आठ फरवरी 1887 को हुआ था। 1906 में वह शिक्षा प्राप्त करने लंदन गए थे। एक जुलाई 1909 को उन्होंने कर्जन वायली को मौत की नींद सुला दिया। अफसोस यह है कि इस घटनाक्रम के बाद ढींगरा के पिता दित्तामल ने उनसे हर नाता तोड़ दिया। यही वजह रही कि उनकी अस्थियां वर्षो तक लंदन में ही पड़ी रहीं। 1976 में केंद्र सरकार के प्रयास से अस्थियों को वतन लाया गया। शहादत के 113 साल बाद आखिर अब सरकार ने उन्हें सम्मान दिया है।
शहीद के पैतृक निवास पर स्मारक की मांग
ढींगरा के पैतृक आवास को स्मारक बनाने की आवाज पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने ही बुलंद की। उन्होंने बार-बार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को उनकी घोषणा करवाई। स्मारक को लेकर वह कई बार उनसे मिलीं भी।
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