टैनरीज बंद, पुनर्विचार याचिका से लेदर कारोबारियों को राहत का इंतजार Jalandhar News
चमड़ा व्यापारी न्यायालय से आस लगाए बैठे हैं। परेशानी इस बात की है कि इंडस्ट्री को राहत मिलेगी या नहीं मिलेगी इसे लेकर तो संशय बना हुआ है।
जालंधर, जेएनएन। प्रदूषण फैलाने पर महानगर में अदालत के आदेश के बाद बंद की गई लेदर इकाइयों के कारोबारियों को अब भी अदालत से कोई राहत नहीं मिल सकी है। वहीं एक महीने से कामकाज बंद कर बैठे कारोबारियों को बिना काम करवाए कारीगरों को एक महीने का वेतन अपनी जेब से देना पड़ा है। लेदर कारोबारियों की ओर से कोर्ट में डाली गई पुनर्विचार याचिका पर एक सप्ताह के बाद सुनवाई होगी। हालांकि इस सुनवाई के दौरान भी कारोबारियों को कोई राहत मिल पाएगी, इसे लेकर भी अभी तक संशय बरकरार है।
कारीगरों को बिना काम करवाए देना पड़ा वेतन
प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में ही कारीगरों को वेतन दिया जाता है। इस बार इंडस्ट्री संचालकों की तरफ से बिना कोई कामकाज किए ही अपनी जेब से वेतन अदायगी करनी पड़ी है। इंडस्ट्री संचालकों को यह डर है कि अगर एकबार कारीगर लौट गए तो उन्हें वापस लाना बेहद मुश्किल हो जाएगा। परेशानी इस बात की है कि इंडस्ट्री को राहत मिलेगी या नहीं मिलेगी, इसे लेकर तो संशय बना हुआ है।