सिविल अस्पताल में नहीं हो पा रहे टेस्ट, स्टाफ की कमी से मरीज झेल रही परेशानी Jalandhar News
सिविल अस्पताल की लैबोरेटरी में केमिकल की कमी के चलते पिछले करीब एक माह से फुली ऑटोमैटिक यूनिट बंद पड़े हैं। लोगों के किडनी हार्ट व लीवर के टेस्ट नहीं हो पा रहे थे।
जालंधर, [जगदीश कुमार]। पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन की सूची में सबसे बड़े सिविल अस्पताल में लैब टेस्ट सरकार ने भले ही मुफ्त कर दिए हों, लेकिन अस्पताल की लैबोरेटरी व ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन की तैनाती करना भूल गई। सिविल अस्पताल में पिछले एक दशक में मरीजों की संख्या में तीन गुणा इजाफा हुआ। वहीं, लैबोरेटरी में लैब टेक्नीशियन की संख्या कम होने से मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
मामला सेहत मंत्री के पास पहुंचने के बाद भी अभी तक समस्या पर कोई अमल नहीं हुआ । समस्या के समाधान के लिए मेडिकल सुपरिटेंडेंट और सिविल सर्जन एक-दूसरे के साथ पत्राचार करने में उलझे हुए हैं। वहीं, जिले में डेंगू के दो मरीज सामने आने के बाद सेहत विभाग ने इलाज को बेहतर बनाने के लिए कमर कस ली है। अस्पताल में डेंगू की पुष्टि करने के लिए लैब टेस्ट करने वाले न होने से समस्या विकराल रूप धारण कर सकती है।
डेंगू के संदिग्ध मरीजों की पुष्टि करने के लिए लैब में खून जांच करवाने वालों की संख्या तेजी बढ़ रही है और अस्पताल में व्यवस्था डावांडोल है। वर्तमान में ब्लड बैंक में आठ पदों पर पांच तथा लैब में 12 पदों पर नौ लैब टेक्नीशियन 24 घंटे सेवाएं मुहैया करवा रहे हैं। सेहत विभाग ने ब्लड बैंक व लैब को हाई टैक बनाने के लिए अतिआधुनिक तकनीक से लैस नए उपकरण दिए, परंतु इन्हें चलाने के लिए लैब टेक्नीशियन की तैनाती करने की जहमत नही उठाई।
दस साल पहले की स्थिति: ब्लड बैंक में हर साल करीब छह हजार यूनिट जारी होते थे। लैबोरेटरी में 78 हजार सलाना टेस्ट होते थे। वहीं, हर साल 132 खूनदान कैंप और लैबोरेटरी टेक्नीशयन ब्लड बैंक में 5 और लैब में 12 हैं।
वर्तमान स्थिति: ब्लड बैंक से करीब सलाना 12 हजार ब्लड के यूनिट जारी होते हैं। सलाना 650 सिंगल डोनर प्लाजमा जारी हो रहे हैं। सलाना करीब 12 हजार पीआरपी दिए जा रहे हैं। लैबोरेटरी में हर साल 3.6 लाख टेस्ट हो रहे हैं। ब्लड बैंक में लैबोरेटरी टेक्नीशियन तैनात 5 और लैब में 9 हैं।
नहीं हो पाई खून की जांच
गर्भवती महिला सुनीता का कहना है कि डॉक्टर ने खून जांच के लिए सलाह दी। खून जांच करवाने के लिए लैब में गए तो उन्हें नीचे सैंपल कलेक्शन सेंटर में भेजा। वहां से उन्होंने जच्चा बच्चा सेंटर में भेजा। वहां पहुंचने पर तैनात स्टाफ ने मरीजों की संख्या व सैंपल लेने का समय पूरा होने की बात कह कर वापस लौटा दिया। लैबोरेटरी में तैनात स्टाफ से संपर्क किया गया, तो उन्होंने स्टाफ की कमी होने की बात कह कर वापस लौटा दिया।
एक माह बाद चले उपकरण
सिविल अस्पताल की लैबोरेटरी में केमिकल की कमी के चलते पिछले करीब एक माह से फुली ऑटोमैटिक यूनिट बंद पड़े हैं। लोगों के किडनी, हार्ट व लीवर के टेस्ट नहीं हो पा रहे थे। चंडीगढ़ से केमिकल पहुंचने के बाद पिछले दो दिन से स्थिति समान्य हो गई है।
सेहत मंत्री के पास पहुंचा मामला
सिविल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की कमी का मामला सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के दरबार में भी पहुंच गया है। पिछले सप्ताह फगवाड़ा में हुए समारोह में सेहत मंत्री के समक्ष सिविल अस्पताल प्रशासन ने मामला रखा था। उन्होंने सिविल सर्जन से अडजेस्टमेंट करवाने की बात कही ती। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी नतीजे ढाक के तीन पात है।
डेंगू को लेकर हुई बैठक में उठा मुद्दा
डेंगू के मरीजों के आने का सिलसिला शुरू होते ही अस्पताल प्रशासन में अफरी-तफरी मच गई है। सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के ऑफिस में हुई बैठक में भी डॉक्टरों ने स्टाफ व लैब टेक्नीशियन की कमी का मुद्दा उठाया। एमएस ने कमी को पूरा करने के लिए सेहत विभाग के आला अधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही।
ब्लड बैंक में 9 लैब टेक्नीशियन व दो स्टाफ नर्सो की जरूरत
ब्लड बैंक के बीटीओ डॉ. गगनदीप सिंह का कहना है कि पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन की नीतियों के अनुसार ब्लड बैंक में नौ लैब टेक्नीशियन व दो स्टाफ नर्से होनी चाहिए। इसके अलावा नए उपकरणों को चलाने के लिए एक-एक टेक्नीशियन का होना जरूरी है। डेंगू के सीजन में मरीजों की तादाद बढ़ जाती है पहले से ही मुलाजिम कम होने की वजह से समस्याएं पैदा जाती है। टेक्नीशियन की डिमांड मेडिकल सुपरिटेंडेंट को कई बार भेजी जा चुकी है। डेपुटेशन पर लैब टेक्नीशियन के लिए लिखा पत्र सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर ने माना की ब्लड बैंक व लैबोरेटरी में लैब टेक्नीशियन की कमी है। सिविल सर्जन को पत्र लिख कर फील्ड से लैब टेक्नीशियन डेपुटेशन पर लगाने की बात कही है। उनके साथ बैठक में भी बात रखी गई थी। अभी तक लैब टेक्नीशियन लगाने का पत्र नही नही आया है।
फील्ड में कमी, कुछ लैब टेक्नीशियन अस्पताल में भेजेंगे
सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि सिविल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की मांग की गई है। फील्ड में भी कमी है। संबंधित विभाग से सूची मंगवाई गई है उस में से कुछ लैब टेक्नीशियन को सिविल अस्पताल में लगाया जाएगा।
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