जालंधर के केएमवी ने करवाई वर्कशाप, छात्राओं को लेक प्रजातियों के व्यवसायिक पक्ष पर महत्व की दी जानकारी
जालंधर में केएमवी की तरफ से काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-इंडियन इंस्टीट्यूट आफ नेचुरल रेजिन एंड गम्स रांची झारखंड की ओर से लैक कल्चर विषय पर वर्कशाप करवाई गई। इसमें छात्राओं को लेक प्रजातियों के व्यवसायिक पक्ष पर महत्व के बारे में भी विस्तार के साथ जानकारी दी।
जालंधर, जेएनएन। केएमवी की तरफ से काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-इंडियन इंस्टीट्यूट आफ नेचुरल रेजिन एंड गम्स रांची झारखंड की ओर से लैक कल्चर विषय पर वर्कशाप करवाई गई। यह वर्कशाप संस्थान के जूलाजी विभाग की तरफ से करवाई गई। काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-इंडियन इंस्टिट्यूट आफ नेचुरल रेजिन एंड गम्स रांची, झारखंड के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डा. मोहनसुंदरम ने छात्राओं को लेक प्रजातियों के व्यवसायिक पक्ष पर महत्व के बारे में भी विस्तार के साथ जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने लेक इकोसिस्टम, होस्ट प्लांट व वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में भी विभिन्न उदाहरणों के साथ छात्राओं को समझाया।
वर्कशाप के दौरान डा. मोहनसुंदरम ने खूबसूरत ढंग के साथ लेक कल्चर में शामिल विभिन्न तकनीकों व विधियों से भी सभी को अवगत करवाया। इस ई-वर्कशाप के अंत में छात्राओं द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी स्रोत वक्ता ने बड़े ही सरल ढंग से दिए।
विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने विषय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए डा. मोहनसुंदरम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियों का आयोजन विद्यार्थियों की विज्ञान के प्रति रुचि को और अधिक सुदृढ़ करने में मददगार साबित होता है। इसके साथ ही उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए साधना टंडन अध्यक्ष जूलाजी विभाग व सभी स्टाफ सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।