केरल पुलिस ने कैंट के नन हाउस में 9 घंटे की पूछताछ, ननों के बयान दर्ज
डीएसपी के सुभाष की अगुआई में चार सदस्यीय टीम शनिवार सुबह करीब 10 बजे चर्च पहुंची और फिर रात पौने आठ बजे बाहर निकली। इस दौरान पुलिस ने आरोप लगाने वाली नन के आचरण, व्यवहार से लेकर बिशप के बारे में ननों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : डायोसिस ऑफ जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर केरल में एक नन की ओर सेदुष्कर्म करने के आरोपों पर दर्ज मामले में केरल पुलिस ने शनिवार को कैंट के सेंट मैरी कैथोलिक चर्च के नन हाउस में ननों से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की। डीएसपी के सुभाष की अगुआई में चार सदस्यीय टीम शनिवार सुबह करीब 10 बजे चर्च पहुंची और फिर रात पौने आठ बजे बाहर निकली। इस दौरान पुलिस ने आरोप लगाने वाली नन के आचरण, व्यवहार से लेकर बिशप के बारे में ननों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। इसके बाद डीएसपी के सुभाष रात 8 बजे पीएपी स्थित रेस्ट हाउस लौट गए। इस दौरान केरल पुलिस को मीडिया से दूर रखा गया। जानकारी मिली है कि चर्च में केरल की कई नन रहती हैं।
जालंधर पुलिस के सुरक्षा घेरे में हुई पूछताछ
किसी गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर जालंधर पुलिस के एसीपी लाइसें¨सग दल-बल सहित केरल पुलिस केसाथ रहे। केरल पुलिस ने पूछताछ भी उनके सामने अपनी भाषा में की। डीएसपी के सुभाष ने अपनी टीम के साथ अलग कमरे में प्रत्येक नन से अलग-अलग पूछताछ की और बयान दर्ज किए।
15 साल तक जालंधर में फादर रहे थे बिशप मुलक्कल
पूछताछ में पता चला है कि बिशप मुलक्कल करीब 15 साल पहले तक जालंधर में फादर थे। इसके बाद वे धार्मिक पढ़ाई करने के लिए रोम चले गए। जहां से बिशप बनने के बाद नॉर्थ इंडिया का प्रभार उन्हें सौंपा गया था। वर्तमान में बिशप मुलक्कल के पास पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी है।
नन हाउस में जनरल के पद पर थी नन
वहीं, आरोप लगाने वाली केरल निवासी नन नन हाउस में जनरल के पद पर थी। ननों की सारी देखरेख और व्यवस्था की जिम्मेदारी उसी की जिम्मेदारी थी। 2016 के बाद उसका तबादला केरल हो गया था, जहां उसने बिशप मुलक्कल के खिलाफ शिकायत दी। ननों ने पूछताछ में उसका व्यवहार और आचरण बेहतर बताया।
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बिशप के बारे में पूछे कई सवाल
पुलिस ने ननों से बिशप मुलक्कल के निजी जीवन और ननों के प्रति उनके व्यवहार के बारे में कई सवाल पूछे। जैसे-
-बिशप पर आरोप लगाने वाली नन की तैनाती के दौरान कितने दिनों के अंतराल में नन हाउस में आता था।
-ज्यादातर बातचीत किस नन से करता था।
-नन हाउस में बिशप का किसी से कोई पुराना विवाद तो नहीं था
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श्रद्धालुओं में तनाव, चर्च के बाहर तैनात रही पुलिस फोर्स
इंवेस्टीगेशन के दौरान तनाव को देखते हुए नन हाउस और चर्च के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। सदर, कैंट, पतारा थाने की पुलिस के साथ ही एसीपी कैंट सु¨रदर मोहन ने केरल पुलिस टीम को सुरक्षा घेरे में नन हाउस के अंदर प्रवेश कराया। पुलिस की पूछताछ के दौरान चर्च के श्रद्धालुओं में बेहद तनाव दिखा। आक्रोशित लोगों ने दो टूक कहा कि उन्हें अपने भगवान पर पूरा भरोसा है। सारे आरोप गलत हैं। यह साबित भी हो जाएगा।
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सीपी सिन्हा से मिली केरल पुलिस की टीम
सुबह जांच के लिए निकलने से पहले केरल पुलिस ने पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा से मुलाकात की। पुलिस कमिश्नर सिन्हा ने बताया कि केरल पुलिस ने उनसे कैंट के चर्च में पूछताछ की इजाजत मांगी, जो दे दी गई। सुरक्षा के लिए उनके साथ एसीपी जंग बहादुर के नेतृत्व में पुलिस टीम लगाई गई है। उन्होंने बताया कि जब तक केरल पुलिस की जांच जारी रहेगी उनको, सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
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केरल पुलिस ने अपनी जांच के बारे में जालंधर पुलिस को कुछ नहीं बताया। आगे भी टीम जहां जांच के लिए जाएंगी, जालंधर पुलिस उसके साथ रहेगी।
-गुरमीत ¨सह, डीसीपी।