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कपिल-गिन्नी की शादी में सियासी मिलन भी होगा, इन दलों से है परिवारों की नजदीकी

कपिल शर्मा व गिन्नी चतरथ की शादी के बहाने पंजाब के नामी टकसाली अकाली परिवार का मिलन भी कांग्रेस के साथ होने जा रहा है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 02:46 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 09:07 PM (IST)
कपिल-गिन्नी की शादी में सियासी मिलन भी होगा, इन दलों से है परिवारों की नजदीकी
कपिल-गिन्नी की शादी में सियासी मिलन भी होगा, इन दलों से है परिवारों की नजदीकी

जालंधर [शाम सहगल]। बॉलीवुड अभिनेता तथा कॉमेडियन कपिल शर्मा व गिन्नी चतरथ की शादी के बहाने पंजाब के नामी टकसाली अकाली परिवार का मिलन भी कांग्रेस के साथ होने जा रहा है। दरअसल, गिन्नी के पिता के मामा टकसाली अकाली नेता रहे हैं, जबकि कपिल नवजोत सिद्धू के कारण कांग्रेस के करीब हैं।

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गिन्नी चतरथ के पिता मनमोहन सिंह के मामा व इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन तथा शिअद के जिला प्रधान रहे दिवंगत जत्थेदार जगदीश सिंह पापड़-विड़यां वालों का नाम आज भी पार्टी में पूरे सम्मान के साथ लिया जाता है। वहीं, गिन्नी का परिवार भी पिछले चार दशकों से शिअद समर्थक के रूप में जाना जाता है।

अकाली दल में बनाई खास पहचान

गिन्नी चरतथ के पिता मनमोहन सिंह के मामा तथा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जत्थेदार जगदीश सिंह का नाम अकाली दल में पूरे सम्मान के साथ लिया जाता था। उनका पार्टी के प्रति समर्पण भाव ही था कि पंजाब में आतंकवाद के दौर में भी वह जिला अकाली जत्था के अध्यक्ष रहे। यही नहीं जिला अकाली जत्था के लगातार 18 वर्ष तक अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड भी अभी तक उनके नाम पर ही है।

सिद्धू के बहाने कांग्रेस के भी नजदीक हैं कपिल

गिन्नी चतरथ के साथ परिणय सूत्र में बंधने जा रहे कॉमेडी किंग कपिल शर्मा का कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ ही नहीं बल्कि उनकी पार्टी कांग्रेस के प्रति भी उनका रुझान सकारात्मक है। यही कारण है कि कपिल को कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी होने के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के हितैषी होने के रूप में जाना जाता है।

सेलिब्रिटी से कम न थे मनमोहन के मामा

भले ही गिन्नी चतरथ 12 दिसंबर को शादी के बाद सेलिब्रिटी बनने जा रही है। जबकि, उसके पिता मनमोहन सिंह का परिवार उस जमाने में ही किसी सेलिब्रिटी से कम न थे। कारण, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुरजीत सिंह बरनाला के करीबी रहे मनमोहन सिंह के मामा जत्थेदार जगदीश सिंह ने इंप्रवूमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन पद को लेकर कम पढ़े लिखे नेता को भी योग्य होने का कानून पास करवाया था। उसका दूसरा प्रमुख कारण खुद जत्थेदार जगदीश सिंह का कम पढ़ा-लिखा होना था।

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