न कम्यूनिटी हाल मिला, न धोबीघाट का विकास हुआ
जालंधर 1962 से लेकर अभी तक शहर का धोबीघाट विकास की बाट जोह रहा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : 1962 से लेकर अभी तक शहर का धोबीघाट विकास की बाट जोह रहा है। कनौजिया समाज के सैकड़ों परिवारों के रोजगार का साधन धोबीघाट की 57 वर्ष के बाद भी चारदीवारी तक नहीं की जा सकी है। यही नहीं पिछले लंबे समय से अन्य समाज की तर्ज पर कनौजिया समाज के लिए भी शहर में एक कम्यूनटी हॉल बनाने की मांग को भी नजरअंदाज किया जा रहा है। जिसे लेकर समाज में रोष है। यही कारण है कि इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर समाज ने उनके हित की बात करने वाली पार्टी को समर्थन देने का फैसला लिया है। इस संबंध में कनौजिया समाज की बुधवार को आयोजित बैठक में प्रधान रवि कनौजिया ने कहा कि चुनाव के बाद समाज खुद को ठगा महसूस कर रहा है। कारण, समाज के साथ किए जाते करार को हर बार दरकिनार किया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि जब से समाज को धोबीघाट अलॉट हुआ है, तब से लेकर यहां पर बिजली का मीटर लगाने की मांग की जा रही है लेकिन शासन व प्रशासन की उदासीनता के चलते न तो यहां पर चारदीवारी की गई है व न ही मीटर लगाया जा सका है। कनौजिया समाज की भूमिका चुनाव में निर्णायक रही है। बावजूद इसके सत्ता में आने के बाद राजनीतिक पार्टियों ने कनौजिया समाज को नजरअंदाज किया है। हालांकि धोबीघाट को बचाए रखने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने समाज का पूरा सहयोग किया था। जिसके लिए समाज सदैव उनका आभारी रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा समाज के साथ किए गए किसी भी करार को पूरा नहीं किया गया है, इससे समाज में भारी रोष है।
इसी तरह दिलीप कनौजिया व रोहनी कनौजिया ने कहा कि शहर में समाज के लिए कम्यूनिटी हॉल बनाने के लिए कई बार विधायकों व मंत्रियों तक पहुंच की जा चुकी है। जबकि, उन्हें हर बार निराशा हाथ लगी है। यही कारण है कि इस बार चुनावों में समूचा कनौजिया समाज एकजुटता का प्रमाण देगा। साथ ही उन्होंने मांगें पूरी न होने पर संघर्ष करने की चेतावनी भी दी। मौके पर उनके साथ राजेश कनौजिया, चेयरमैन सोनू कनौजिया, रामू कनौजिया, प्रदेश के उप-चेयरमैन ललित कनौजिया व अन्य मौजूद थे।