शायरों ने देश में हो रही हलचल पर पेश की शायरी
पंजाब सूफी मंच के दो वर्ष पूरा होने पर 24वां मुशायरा करवाया।
जालंधर : पंजाब सूफी मंच के दो वर्ष पूरा हो गए। इस संबंध में देश भगत यादगार के रीडिग रूम में कामयाब 24वां मुशायरा करवाया गया। इसकी अध्यक्षता हरवंस सिंह अक्स, डॉ. विनोद कुमार मासूम कातिल, मेजर जर्नल लखविदर सिंह वोहरा एवं शाहिद हसन शाहिद ने संयुक्त रूप से की। संगत राम वफा ने मंच संचालन किया।
मुशायरे को कोई विशेष शीर्षक नहीं दिया गया था फिर भी शायरों ने देश में हो रही हलचल और बेचैनी के दर्द को महसूस करके अपनी भावनाएं प्रकट करते हुए अपना साहित्यिक दायित्व निभाया। इस अवसर पर महासचिव संगत राम वफा ने पंजाब सूफी मंच के दो वर्ष के सफर, संघर्ष, साहित्यिक उपलब्धियों एवं युवा साहित्यकारों में उत्साह भरने जैसी उपलब्धियां लोगों के सामने रखीं और आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी मंच इसी सद्भावना से कमा करता रहेगा और लोगों को जोड़कर साहित्यिक गतिविधियों का माहौल बनाने में योगदान देगा। मुशायरे में शमिल बलविदर अत्री, कमल कुमार भास्कर, जीएस औलख, जेसी जोशी, इमरान मेहताब, कीमती कैसर, प्यारेलाल पंछी, संगत राम वफा, एस एस हसन, हरबंस सिंह एक्स, डॉ. विनोद कुमार, ने अपने कलाम से लोगों को गुदगुदाया जबकि रमेश मौदगिल अत: लखविदर सिंह वोहरा ने अपनी मखमली आवाजों से गजल सुनाकर लोगों को झूमने के लिए मजबूर किया। वरिष्ठ साहित्यकार देशराज काली ने अतिथियों का धन्यवाद करते हुए पंजाब सूफी मंच की सराहना की और अपना पूरा सहयोग देने का वादा एक बार फिर दोहराया। इस दौरान जनाब मौलाना जाकिर हुसैन, मौलाना अब्दुल सलाम कादरी, मौलाना आशिक र•ा, हाफिज एहसान, भजन नाथ जी, रमन चोको, सैयद मोहम्मद अली आदि मौजूद रहे।