सतगुरु कबीर महाराज की बाणी के सच्चे प्रचारक थे स्व. आचार्य गंगा शरण
आचार्य गंगा शरण का श्रद्धांजलि समारोह सतगुरु कबीर मुख्य मंदिर भार्गव नगर में संपन्न हुआ। वह 24 अगस्त को ब्रह्मलीन हो गए थे।
जालंधर, जेएनएन। अखिल कबीर पंथ शिरोमणि कबीर चौरा मठ मूल गद्दी बनारस के 23वें गद्दीनशीन आचार्य गंगा शरण का श्रद्धांजलि समारोह सतगुरु कबीर मुख्य मंदिर भार्गव नगर में संपन्न हुआ। वह 24 अगस्त को ब्रह्मलीन हो गए थे। इसमें पंजाब कबीर पंथ के महंत जगदीश दास विशेष रूप से शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि स्व. आचार्य गंगा शरण सतगुरु कबीर महाराज के दर्शाए मार्ग के सच्चे प्रचारक थे। सतगुरु कबीर महाराज की बाणी का प्रचार करते हुए उन्होंने कई किताबें लिखी। इनमें धर्म की वास्तविकता तथा इंसानियत की सेवा की सीख दी गई थी। वर्तामान समय उनके द्वारा लिखी गई किताब का प्रचार करते हुए लोगों को सतगुरु कबीर साहिब की बाणी के साथ जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जाति बंधन की सीमाओं से ऊपर उठकर मानवता की सेवा किए जाने की जरूरत है। कार्यक्रम के अंत में अनहद बाणी कीर्तन जत्था और स्त्री भजन मंडली द्वारा कीर्तन किया गया। कमेटी के चेयरमैन सतीश बिल्ला और प्रधान राकेश भगत ने कहा कि श्रद्धांजलि समारोह में कोरोना वायरस महामारी के चलते शारीरिक दूरी और स्वच्छता नियमों का पालन करने के लिए प्रबंधक कमेटी द्वारा प्रबंध किए गए थे।
इस अवसर पर महासचिव अमृत भगत, रवि पाल, प्रचारक तेजिंदर पाल कैले, अमनदीप सिंह, प्रदीप खुल्लर, पार्षद भजनलाल, सुभाष भगत, सतपाल, कुलदीप भगत, इंदरजीत भगत, ठाकुर भगत, सोमनाथ, राजीव भगत, जसवंत सिंह कंवल, अशोक कुमार, पीका भगत, राजकुमार, सुखदेव भगत, विक्की, जतिन भगत, वासुदेवा भगत, अशोक भगत, बब्बल दीपक, बलविंदर, अजय कुमार, बंटी संदल, भजन लाल, जनक राज तथा रोशन लाल मौजूद थे।
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