मरीजों में उम्मीद की लौ जगा रहीं ज्योति
कोरोना वायरस के मरीजों की आस डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ पर ही टिकी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस के मरीजों की आस डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ पर ही टिकी है। पैरा मेडिकल स्टाफ दिन-रात मेहनत कर डॉक्टरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा में जुटा है। इसी तरह सिविल अस्पताल की लैबोरेटरी में तैनात लैब टेक्नीशियन ज्योति भी मरीजों की जांच करने वाली टीम का अहम हिस्सा है। अस्पताल की लैबोरेटरी में स्टाफ की कमी के चलते इन दिनों काम का बोझ दोगुणा है, इसके बावजूद ज्योति कोरोना का रिस्क लेकर दिन-रात ड्यूटी कर रही है।
मूल रूप से बटाला की रहने वाली ज्योति बताती हैं कि वे कांट्रैक्ट पर तैनात हैं और पिछले करीब बीस दिन से घर नही गईं। अस्पताल के पास ही रिश्तेदारों तथा स्टाफ के सदस्यों के साथ रह रही हैं। घर वालों से मिलने की चाहत तो होती है, परंतु काम भी जरूरी है। इसलिए वीडियो कॉल कर कुछ समय बात कर लेती हैं। स्टाफ की कमी के चलते अधिकारियों के आदेशों की पालना करते हुए सुबह समय से पहले आना और कई बार रात 12 बजे तक ड्यूटी चल रही है। सैंपल लेने वाली टीम पर सबसे ज्यादा रिस्क पर होने की वजह से पहले तो डर लगा, परंतु इसके बात दिल में एक जज्बा पैदा हो गया। नाश्ते से लेकर रात के खाने का सिस्टम बिगड़ गया। खाना स्टाफ के सदस्यों के साथ ही हो रहा है। इस मामले को लेकर स्टाफ पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। अभी तक जिले में 117 के करीब संदिग्ध मरीजों के सैंपल जाच के लिए भेजे जा चुके हैं।