जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह 22 सितंबर को जाएंगे पाकिस्तान, श्री गुरु नानक देव जी के ज्योति जोत समागम में होंगे शामिल
अमृतसर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह इंग्लैंड दौरे के बाद अब पाकिस्तान यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के पारिवारिक सदस्यों सहित कुल दस व्यक्ति उनके साथ शामिल होंगे। इसके लिए वीजा प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। अमृतसर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह इंग्लैंड दौरे के बाद अब पाकिस्तान यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। वे पाकिस्तान में वहां पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 22 सितंबर को करतारपुर साहिब में श्री गुरु नानक देव जी के ज्योति जोत स्थान गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में करवाए जा रहे समागम में शामिल होंगे। इस समागम में ज्ञानी हरप्रीत सिंह के पारिवारिक सदस्यों सहित कुल दस व्यक्ति उनके साथ शामिल होंगे। इसके लिए वीजा प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इसके अलावा जत्थेदार विभिन्न ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के अलावा वहां रहते सिख परिवारों से मुलाकात कर उनकी परेशानियों को भी जानेंगे। खास बात यह है कि शिरोमणि कमेटी और श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से जारी नानकशाही कैलेंडर के अनुसार श्री गुरु नानक देव जी का ज्योति जोत समागम एक अक्टूबर 2021 है जबकि मूल नानकशाही कैलेंडर के अनुसार पाकिस्तान की गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से यह दिवस 22 सितंबर को मनाया जा रहा है।
बता दें कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह सारागढ़ी शहीद स्मारक का उद्घाटन करने के लिए ब्रिटेन गए थे। वहां जत्थेदार द्वारा कोरोना नियमों का पालन न करने पर वहां की हेल्थ मिनिस्टरी ने गंभीर नोटिस जारी किया था। वह 12 सितंबर को सारागढ़ी शहीद स्मारक का उद्घाटन करने ब्रिटेन पहुंचे थे। सरकार की क्राइमब्रांच ने गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी।
नोटिस में कहा गया है कि भारत से एक इवेंट में हिस्सा लेने आए ज्ञानी हरप्रीत सिंह को कोरोना नियमों के तहत कम से कम 10 दिन तक क्वारटीन रहना जरूरी था। लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह 5 दिन बाद ही गायब हो गए। गुरुद्वारा कमेटी को भेजे गए इस नोटिस में लिखा गया है कि कोरोना नियमों का पालन न करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में माना जाता है और इसके लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह को 10000 पाउंड तक जुर्माना लगाया जा सकता है।