अब नहीं गूंजेगी 'रावण' की आवाज, भट्टी ने दीवाली के दिन ली अंतिम सांस
34 साल तक रावण के नाम से जाना जाते जसपाल भट्टी दीपावली वाले दिन सदा के लिए सो गया। उनका वीरवार को घास मंडी चुंगी के पास श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : 34 साल तक 'रावण' के नाम से जाना जाता जसपाल भट्टी दीपावली वाले दिन सदा के लिए सो गया। नौजवान दशहरा कमेटी, तिलक नगर के नाम से मशहूर पंजाब पुलिस में कार्यरत जसपाल भट्टी का वीरवार को घास मंडी चुंगी के नजदीक स्थित श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पंजाब पुलिस की 75 बटालियन ने डीएसपी महिंदर सिंह की मौजूदगी में भट्टी को अंतिम श्रद्धांजलि दी। पूरे इलाके के लोगों ने नम आंखों से भट्टी को अंतिम विदाई दी।
कमेटी के चेयरमैन व पार्षद वरेश मिन्टू ने कहा कि भट्टी के किए हुए काम हमें हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगे। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष मो¨हदर भगत, पार्षद वरेश मिन्टू भगत, शिवसेना नेता सुभाष गोरिया, पर¨मदर सिंह दशमेश नगर, कांग्रेस नेता अमृत खोसला के अलावा नौजवान दशहरा कमेटी से प्रधान बलजिंदर सिंह रिन्कू, सन्नी व बंटी, बोबी कश्यप, वरेश मिन्टू, दमनदीप सिंह, मुनीष ठाकुर, रोहित कक्कड़, दविंदर रिन्कू, तजिंदर बब्बू, सुखमिंदर सिंह, गुरविंदर सिंह, राजीव चौहान, किशोर कुमार, चरणकंवल, नवजोत सिंह, सनी कुमार, शांति सरूप, साहिल कक्कड़, संजीव कुमार, सोनू गोलड, रोहित कुमार, शैल किशोर, रोशन लाल, विक्रम सिंह, अवतार सिंह, मनोज, हीरा लाल, अमृत कुमार, सोनू चौहान, लक्की बरार व इलाका निवासी मौजूद थे।