अनोखी मिसालः कारोबारी ने पड़ताल कर ढूंढ़ निकाले मोबाइल झपटमार, पुलिस ने किए गिरफ्तार
कमलजीत सिंह 15 सितंबर की रात करीब पौने आठ बजे सर्विस लेन पर सैर कर रहे थे। इसी बीच उन्हें किसी का फोन आ गया और वे बात करने लगा। तभी पीछे जालंधर की तरफ से बाइक पर दो युवक आए और अचानक सामने मोटरसाइकिल रोक मोबाइल झपट लिया।
जालंधर [मनीष शर्मा]। आयरन व पेंट स्टोर चलाने वाले कारोबारी ने पड़ताल कर उससे मोबाइल छीनने वाले झपटमार ढूंढ़ निकाले। मोटरसाइकिल के नंबर के जरिये करीब एक हफ्ते की मेहनत से कारोबारी ने स्नैचर्स का ठिकाना ढूंढ़ा और फिर भोगपुर पुलिस की मदद से दोनों आरोपितों कपूरथला के गांव मकसूदपुर के किशना उर्फ विशाल और भुलत्थ के बेदी नगर के अजय को गिरफ्तार करवा दिया। एएसआइ सतनाम सिंह ने कहा कि दोनों के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया है और अन्य वारदातों की जांच के लिए पूछताछ जारी है।
भोगपुर में आदमपुर रोड स्थित दशमेश आयरन एवं पेंट स्टोर के मालिक कमलजीत सिंह ने बताया कि 15 सितंबर की रात करीब पौने आठ बजे वह सैर करते हुए गांव डल्ली के नजदीक जीटी रोड पर सर्विस लेन पर जा रहे थे। इसी बीच उन्हें किसी का फोन आ गया और वे फोन सुनने लगे। तभी पीछे से जालंधर की तरफ से बाइक पर दो युवक आए। उन्होंने एकदम उनके सामने मोटरसाइकिल रोकी और उनका मोबाइल झपट ले गए। उन्होंने विरोध करने की कोशिश की तो उन्हें धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज करवाने के बाद अपने स्तर पर भी उनकी तलाश शुरू कर दी।
कमलजीत ने ऐसे पकड़े लुटेरे
कमलजीत सिंह ने बताया कि जब उनसे मोबाइल छीना गया तो उन्होंने लुटेरों का पीछा करने की कोशिश की। जब झपटमार भाग रहे थे तो अचानक मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट पर लाइट पड़ गई। उन्होंने मोटरसाइकिल का मॉडल व नंबर 1146 नोट कर लिया। इसके बाद उन्होंने इस नंबर के मालिक की तलाश शुरू की। नंबर का रिकॉर्ड व मोटरसाइकिल का मॉडल आपस में मिला तो उन्हें पता मिल गया। फिर वो मोटरसाइकिल व लुटेरे की तलाश करने लगे। उन्हें कपूरथला जिले के भुलत्थ में मोटरसाइकिल मिल गई। उन्होंने फिर तुरंत भोगपुर पुलिस को सूचित किया।
पूर्व सीआरपीएफ हवलदार भी पकड़ चुके हैं लुटेरे
इससे पहले सीआरपीएफ से सेवामुक्त हवलदार रणधीर सिंह ने भी ऑटो लुटेरा गिरोह की लूट के बाद उन्हें खुद पकड़ा था। फतेहगढ़ साहिब के रणधीर सिंह को चाकू की नोक पर विधिपुर फाटक से बैठाकर नकोदर चौक के पास लूटा गया था। उन्होंने खुद सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर ऑटो का नंबर देखा और फिर उसे ज्योति चौक पर पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
कुसुम की बहादुरी की दुनिया में चर्चा
कुछ दिन पहले दीनदयाल उपाध्याय नगर में 15 साल की लड़की कुसुम की बहादुरी की घटना तो पूरी दुनिया में फैली। दातर से कलाई कटने के बाद भी कुसुम ने लुटेरे से जंग जारी रखी और फिर उसे पकड़ लिया। अब डीसी घनश्याम थोरी ने उनका नाम राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार के लिए भेजा है। उनकी बहादुरी की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया व मीडिया के जरिये देश-विदेश में लाखों लोगों ने देखी।
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