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स्टेंट के दाम गिरने से दिल के मरीजों को राहत

दिल की बंद नाड़ियों को खोलने के लिए स्टेंट के दाम दोबारा कम होने से मरीजों के चेहरे खिले और कंपनियों व डाक्टरों के दिल के ठेस लगी है। मोदी सरकार ने एक साल बाद दोबारा स्टेंट के दाम पर कैपिंग करने के आदेश जारी कर दिए है। वहीं ट्रेडिंग मार्जिन व अस्पतालों की बिलिंग पर भी लगाम लगाई है। सरकार के कसते शिकंजे को देखते हुए मल्टी नेशनल कंपनिया आधुनिक रिसर्च से तीसरी व चौथी जनरेशन के स्टेंट से हाथ खींचने लगी है। अब लोग बाईपास सर्जरी से हाथ खींच कर एंजीयोप्लास्टी को प्राथमिकता देने रहे हैं।

By Edited By: Published: Fri, 16 Feb 2018 10:16 AM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 02:16 PM (IST)
स्टेंट के दाम गिरने से दिल के मरीजों को राहत
स्टेंट के दाम गिरने से दिल के मरीजों को राहत

जगदीश कुमार, जालंधर : दिल की बंद नाड़ियों को खोलने के लिए स्टेंट के दाम दोबारा कम होने से मरीजों के चेहरे खिले और कंपनियों व डाक्टरों के दिल के ठेस लगी है। मोदी सरकार ने एक साल बाद दोबारा स्टेंट के दाम पर कैपिंग करने के आदेश जारी कर दिए है। वहीं ट्रेडिंग मार्जिन व अस्पतालों की बिलिंग पर भी लगाम लगाई है। सरकार के कसते शिकंजे को देखते हुए मल्टी नेशनल कंपनिया आधुनिक रिसर्च से तीसरी व चौथी जनरेशन के स्टेंट से हाथ खींचने लगी है।

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अब लोग बाईपास सर्जरी से हाथ खींच कर एंजीयोप्लास्टी को प्राथमिकता देने रहे हैं। जिलें में करीब 14 ऐसे निजी अस्पताल हैं, जहा दिल की बीमारी का इलाज स्टेंट डाल कर किया जा रहा है। रोजाना 15-20 स्टेंट इस्तेमाल हो रहे हैं। सरकार के फरमान के बाद पिछले साल डाक्टर्स ने मेटल स्टेंट 7260 तथा ड्रग एलुटिंग स्टेंट 29600 रुपए में डालने शुरू कर दिए थे। इस साल दो दिन पहले केन्द्र सरकार के परमान के बाद नेशनल फार्मासियुटीकल्स प्राइजिंग अथारिटी (एनपीपीए) ने रेट पर कैपिंग कर दाम दोबारा कम दिए है। एनपीपीए के मुताबिक अब मेटल स्टेंट का दाम 7260 से बढ़ा कर 7660 रुपए तथा ड्रग एलुटिंग स्टेंट का रेट 29600 से कम 27890 रुपए कर दिया है। मेटल स्टेंट 400 रुपए महंगा और ड्रग एलुटिंग स्टेंट 1710 रुपए सस्ता कर दिया गया है। वहीं एनपीपीए ने ट्रंडिंग मार्जिन 8 फीसद कर दिया है। अस्पतालों को स्टेंट डालने की प्रक्रिया व पैकेज से अलग स्टेंट का बिल मरीज को देने की हिदयातें दी है। वहीं, इस पर 5 फीसद जीएसटी लगाने के आदेश दिए है। सरकार के आदेशों के बाद डाक्टर व कंपनिया एक बार फिर कड़वा घूट पीकर रह गए है। हिमाचल प्रदेश से 70 साल की सुनीता का कहना है की दो दिन पहले हार्ट अटैक के बाद टैगोर अस्पताल में दाखिल हुई थी। वह उच्च क्वालिटी का स्टेंट डलवाना चाहते थे, जो उन्हें नहीं मिल पाया। उन्हें ड्रग एलुटिंग स्टेंट नए दाम पर डलवाने से करीब दो हजार रुपए बजट हुई है। मरीजों को इलाज में 50 से 70 हजार रुपए सस्ती सेवाएं मिल रही है। नतीजतन सस्ते स्टेंट से हृदय रोगियों के इलाज बाद खुशी से उनका सीना भी 56 ईंच का हो गया है। 14 फरवरी को सरकार के फरमान के बाद मेटल स्टेंट 7260 तथा ड्रग एलुटिंग स्टेंट 29600 रुपए में डालने के निर्देश जारी किए गए थे। मेटल स्टेंट टेक्स डाल 7700 रुपए व ड्रग एलुटिंग स्टेंट 32250 रुपए नेट रेट पर डाले जा रहे है। 

सरकारी फरमान जारी होते ही अस्पताल में सरकार की ओर से निर्धारित दाम पर लगाने शुरू कर दिए हैं। इसके बाद मरीजों को काफी राहत मिलनी शुरू हो गई है। सरकार के प्रयासों से विदेशी कंपनियों के स्टेंट भी निर्धारित दाम पर मिलने से इलाज की क्वालिटी बेहतर होने लगी है। लोग हार्ट की बाईपास सर्जरी करवाने की बजाय दो स्टेंट डलवाना बेहतर समझते है। सरकार के फरमान के बाद 5 -7 फीसद मरीजों की बढ़ोतरी हुई है और लोग इलाज को लेकर पहले की तरह आनाकानी नहीं करते। सरकार के आदेशों की पालना की जा रही है। -डॉ. निपुण महाजन, डायरेक्टर, टैगोर हार्ट केयर सेंटर, जालंधर। ---- स्टेंट सस्ता होने से मरीजों को महंगे इलाज से काफी राहत मिली है। एंजियोप्लास्टी में इस्तेमाल होने वाले समान को सस्ता व उपकरणों पर ड्यूटी कम करने का लाभ मरीज व डॉक्टर दोनों को मिलेगा। इससे इलाज के दाम और भी कम हो जाएंगे। इलाज के दौरान सरकारी आदेशों के आधार पर पूरी पारदर्शिता रखी जा रही है। -डॉ. धीरज भाटिया, डायरेक्टर , ग्लोबल अस्पताल जालंधर।


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