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ठेके पर रखी महिला कर्मी से लॉगइन अप्रूवल पर आरटीए सेक्रेटरी ने उठाए सवाल

सेक्रेटरी बरजिंदर सिंह ने इस पर हैरानी जताते हुए कहा कि ठेके पर रखे कर्मचारी से इस तरह का काम कैसे कराया जा सकता है?

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 05:20 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 05:20 PM (IST)
ठेके पर रखी महिला कर्मी से लॉगइन अप्रूवल पर आरटीए सेक्रेटरी ने उठाए सवाल
ठेके पर रखी महिला कर्मी से लॉगइन अप्रूवल पर आरटीए सेक्रेटरी ने उठाए सवाल

जालंधर, जेएनएन। रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के लॉगइन से अप्रूवल का काम पंजाब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के अधीन रखी महिला कर्मी से कराने पर नए सेक्रेटरी बरजिंदर सिंह ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कर्फ्यू खत्म होने के बाद बुधवार को उन्होंने सभी क्लर्कों की बैठक बुलाई। इसमें उन्हें बताया गया कि आरटीए सेक्रेटरी के लॉगइन से ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी समेत अन्य तमाम तरह की अप्रूवल देने का काम एक महिला कर्मी के पास है। वह ट्रांसपोर्ट विभाग की पक्की मुलाजिम नहीं है बल्कि उसे सोसाइटी के जरिए ठेके पर रखा गया है। आरटीए सेक्रेटरी बरजिंदर सिंह ने इस पर हैरानी जताते हुए कहा कि ठेके पर रखे कर्मचारी से इस तरह का काम कैसे कराया जा सकता है? इस पर क्लर्कों ने कहा कि अब तक जितने भी सेक्रेटरी आए हैं, सभी उसी कर्मचारी से अप्रूवल कराते रहे हैं। इसके बाद आरटीए सेक्रेटरी ने कहा कि वे खुद अप्रूवल देंगे।

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पब्लिक डीलिंग नहीं, पेंडेंसी निपटाएं

आरटीए दफ्तर में अभी ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी समेत अन्य कामकाज के लिए पब्लिक डीलिंग शुरू नहीं हो रही है। आरटीए सेक्रेटरी ने सभी क्लर्कों को कहा कि कर्फ्यू से पहले आए काम की जो भी पेंडेंसी है, उसे निपटाएं ताकि पब्लिक डीलिंग शुरू होते ही नए काम को शुरू किया जा सके।

रिश्वतखोरी न करें क्लर्क

आरटीए सेक्रेटरी बरजिंदर सिंह ने क्लर्कों को चेताया कि वो रिश्वतखोरी न करें। अगर उन्हें इसका पता चला तो वो फिर दूर तक इसकी जांच करेंगे और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करवाएंगे।

बाहर मंडराते रहे एजेंट्स

जिस वक्त आरटीए सेक्रेटरी क्लर्कों से बैठक कर रहे थे, उसी दौरान बाहर एजेंट घूमते रहे। कर्फ्यू की वजह से लोगों से पैसे ऐंठकर कमाई करने वाले एजेंट भी पता करते रहे कि बैठक में पब्लिक डीलिंग का फैसला हो रहा है या नहीं। वैसे भी, आरटीए दफ्तर एजेंटों के मकडज़ाल के लिए पहले से बदनाम है। क्लर्कों से ज्यादा यहां पर एजेंट काम करते हैं। भले ही सेक्रेटरी ने चेतावनी दे दी कि कोई लोगों से पैसे न ऐंठे लेकिन एजेंटों को रोकने में वो कितने कामयाब होते हैं, यह वीरवार को दफ्तर खुलते ही पता चल जाएगा।


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